कौशिक रोहिताश पिलणी   (कौशिक रोहिताश पिलणी)
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कर्मकांड एवं ज्योतिष विशेषज्ञ दूरवाणी क्रमांक 8828702424 & 9991302424
Joined 23 April 2019


कर्मकांड एवं ज्योतिष विशेषज्ञ दूरवाणी क्रमांक 8828702424 & 9991302424
Joined 23 April 2019

डिजिटल मनी यानि आपके हाथ में कुछ नहीं।
यदि युद्ध के समय या अन्य किसी समय
किसी कारण से ऑनलाइन सिस्टम रुक जाए तो
आप क्या करेंगे?
डिजिटल मनी गुलामी का अगला दौर होगा !

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गलती करना बुरा नही है
गलती से सीख ना लेना बुरा है !!

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अंग्रेजी से घृणा होती है मुझे! दिल बेचैन हो जाता है ये सोचकर कि अंग्रेजी के आगे मेरी मातृभाषा हार ना जाये!
सब मित्रों से अनुरोध है कि मातृभाषा को व्यवहार मे लाये ताकि हम मातृभाषा को मरनेे से बचा सके!
देव भाषा संस्कृत का तो लोप हो ही चुका है!
डर लगता है कि मनुष्य भाषा हिंदी का भी
अंग्रेजी के आगे लोप न हो जाये!
गुड मोर्निंग, गुड इवनींग, गुड नाइट नही बल्कि
सुप्रभात, शुभ संध्या, शुभ रात्रि, नमस्कार
नमस्ते कहने की आदत डालनी होगी !!

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दिल की बात कहने से कभी पीछे मत हटना,
क्योंकि जिंदगी निकल जाती है
दिल के जज्बात दिल में दबे रह जाते!!

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कार्य बाधा निवारण के लिए

लाल कपड़े के ऊपर कुमकुम की स्याही बनाकर लाल चंदन की लकड़ी से गीता के ग्यारहवें अध्याय के 36वें शोक को श्रद्धापूर्वक लिखें। और अपने घर के दायीं ओर किसी भी कोने में टांग दें। किसी भी प्रकार की कार्य बाधा हो उसका निवारण हो जाएगा।

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शिव से तात्पर्य है - कल्याण ! महाशिवरात्रि बड़ी कल्याणकारी रात्रि है । इस रात्रि में किये जानेवाले
जप, तप और व्रत हजारों गुना पुण्य प्रदान करते हैं !!

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केले के जड़ का उपाय !!
कार्य-व्यवसाय, नौकरी में मनचाही तरक्की नहीं मिल पा रही हो तो यह सब गुरु के दुष्प्रभाव के कारण होता है। यदि ऐसा है तो व्यक्ति को केले के मूल को पीले कपड़े में लपेट कर धारण करना चाहिए कार्यों में सफलता मिलने लगती है। पुखराज की अभाव में पहन सकते है।। गर्भ में राहु केतु शनि आदि के बुरे प्रभाव से भगवान विष्णु स्वयं रक्षा करते है (गर्भ वती महिलाएं कमर में पीले कपड़े में धारण करे ) !

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अंग्रेजी जानना मेरा दुर्भाग्य नही अपितु
देवभाषा संस्कृत को न जानना आपका
दुर्भाग्य कहा जाना चाहिए !!

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कौशिक रोहितश पिलणी द्वारा हिंदी महीनों के नाम
याद रखने की सरल विधि एक प्रयास !!

15 मार्च से 15 अप्रैल तक ~ चैत्र
15 अप्रैल से 15 मई तक ~ वैशाख
15 मई से 15 जून तक ~ ज्येष्ठ
15 जून से 15 जुलाई तक ~ अषाढ़
15 जुलाई से 15 अगस्त तक ~ श्रावण
15 अगस्त से 15 सितंबर तक ~ भाद्रपद
15 सितंबर से 15 अक्तूबर तक ~ अश्विनी
15 अक्तूबर से 15 नवम्बर तक ~ कार्तिक
15 नवम्बर से 15 दिसंबर तक ~ मार्गशीर्ष
15 दिसंबर से 15 जनवरी तक ~ पौष
15 जनवरी से 15 फरवरी तक ~ माघ
15 फरवरी से 15 मार्च तक ~ फाल्गुन

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हर दिन की शुरुआत मुस्कुराहट हंसी के साथ
प्रभु को धन्यवाद देते हुये सबके साथ !!
!!! सुप्रभात !!!

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