नहीं देखें मैंने ख्वाब कोई बंद आंखों में, तुम्हारेहकीकत में जीने हैं सब लम्हें संग तुम्हारे- कौशू -
नहीं देखें मैंने ख्वाब कोई बंद आंखों में, तुम्हारेहकीकत में जीने हैं सब लम्हें संग तुम्हारे- कौशू
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तो क्या जो तू मिला नहीं, तुझे बदनाम भी नही करूँगाजिंदगी थी तेरे नाम मेरी, अब जाम तक नहीं करूंगा- कौशू -
तो क्या जो तू मिला नहीं, तुझे बदनाम भी नही करूँगाजिंदगी थी तेरे नाम मेरी, अब जाम तक नहीं करूंगा- कौशू
ना कल की फिक्र, ना आज का गमजीने के लिए नहीं मरेंगे हम- कौशू -
ना कल की फिक्र, ना आज का गमजीने के लिए नहीं मरेंगे हम- कौशू
आ तू फिर के दिल-ए-गुलजार सूना हैतेरे सिवा ना इसने किसी का ख्याल बुना हैरग़बत मेरी जमाने में घटती जा रहीरोज नाम तेरा कलाई पर लिखा मिटोया है- कौशू -
आ तू फिर के दिल-ए-गुलजार सूना हैतेरे सिवा ना इसने किसी का ख्याल बुना हैरग़बत मेरी जमाने में घटती जा रहीरोज नाम तेरा कलाई पर लिखा मिटोया है- कौशू
किस - किस से बदला लेते हम, खाए धोखों काजिस ओर नजर गई सब के सब अपने थे- कौशू -
किस - किस से बदला लेते हम, खाए धोखों काजिस ओर नजर गई सब के सब अपने थे- कौशू
उठा लिए दो कप आज, चाय बना करआदत तुम्हारी मुझे चाय सी थी- कौशू -
उठा लिए दो कप आज, चाय बना करआदत तुम्हारी मुझे चाय सी थी- कौशू
Sooraj ki taap or satya ki baatDono se log aankhein meech lete hai- kauShu -
Sooraj ki taap or satya ki baatDono se log aankhein meech lete hai- kauShu
काम बने, मेरा नाम बनेमैं निकलूं जब घर से मां दुआओं में रहती हैऔर बलाओ का फिर बनता है, दूर हो गुजरेज्यों हल्का रंग उड़ा तो नजर उतार देती है- कौशू -
काम बने, मेरा नाम बनेमैं निकलूं जब घर से मां दुआओं में रहती हैऔर बलाओ का फिर बनता है, दूर हो गुजरेज्यों हल्का रंग उड़ा तो नजर उतार देती है- कौशू
Usey dekhe bina chehra mera khilta nahiJaankar bhi baat ye, wo milta nahi- kauShu -
Usey dekhe bina chehra mera khilta nahiJaankar bhi baat ye, wo milta nahi- kauShu
मेरे मेहरम से क्या पूछते हो रुदाद मिराअब तलक आ जाता सुधारजो मुझी - से पूछा होता हाल मेरा- कौशू -
मेरे मेहरम से क्या पूछते हो रुदाद मिराअब तलक आ जाता सुधारजो मुझी - से पूछा होता हाल मेरा- कौशू