तुझसे मोहब्बत तो मैं कुछ यूँ करती हूँ, कि तुझसे मोहब्बत है कहने से डरती हूँ और करके तारीफें तेरी सारी दुनिया के सामने, मैं तुझसे तुझको न जाने कितना बुरा कहती हूँ...
शोर है मेरे आस पास आज बहुत ज्यादा, पर इस दिल में फिर भी इक घबराहट सी है कि ऐसे ही शोर और हंसी के साथ एक दिन, मुझे तुझसे हमेशा के लिए अलग कर दिया जाएगा...
जो मैं नहीं हूँ आज मुझे वो बनाया गया है, मुझे मेरे अपनो के द्वारा ही आजमाया गया है और कौन कहता है कि हंसते चेहरे को गम नहीं होता, मुझे तो देकर चोट अंदर से बाहर से हंसाया गया है...