बेशकीमती है आप थोड़ा संभल के चलिए,
जमाने के अनुसार बदल के चलिए!
अनजान चेहरों को पढ़ने का हुनर समझते चलिए,
किसी के मुस्कुराहट के पीछे के दर्द को भी जानते चलिए!
हर रिश्ते को उसकी एहमियत देते चलिए,
ज़िन्दगी के सफ़र में मिलने वाले राहगीरों की आंखो को पढ़ते चलिए!
हर बार आपकी चाहत पूरी हो यह जरूरी तो नहीं है,
ज़िन्दगी हर बार आपके अनुसार बदले यह जरूरी तो नहीं है!
रास्ते आसान मिले यह जरूरी तो नहीं,
हर चाहत पूरी हो यह जरूरी तो नहीं!.....
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