Jayshri M  
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Joined 17 December 2020


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Joined 17 December 2020
30 DEC 2022 AT 19:44

कुछ तिलिस्म सा ही था इन झुकी पलकों में
कि बाहों में कसकर पकड़े हुए दिल और करीब ला रहा था...

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30 NOV 2022 AT 11:32

तुम्हारे गहरे काले रंगों को निगाहों से निहारना अच्छा लगे
तुम हमको सुकून भरी नींद दे जाती हो यह अच्छा लगे
तुम आशा की उजली किरण लेकर आती हो य़ह अच्छा लगे
तुम्हारी वज़ह से तारों संग बतियाने का मौका मिले य़ह अच्छा लगे

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24 NOV 2022 AT 23:58

यूँ ही नहीं दो आँखों का शर्माना
यूँ ही नहीं पलकों का उठाना गिराना

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24 NOV 2022 AT 23:09

काजल जो हम ग़र बन जाये...
तेरे अंखियों का अमूल्य आभूषण कहलाये..

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23 NOV 2022 AT 15:36

A small drop of love brings,
An ocean of happy things!

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9 NOV 2022 AT 21:13

बेमतलब सी ये हंसी हो गई है..
कुछ यादें हंसती हुयी आँखों में पानी भर गई है..

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8 NOV 2022 AT 17:59

When I look into your dark eyes, 
I found we are bound by old ties! 

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8 NOV 2022 AT 17:22

मन के

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8 NOV 2022 AT 15:42

सारे रिश्ते नाते यहीं के यहीँ छोड़ जाएंगे..
जो बिताए थे साथ पल,,अब वो यादें बन संग रहेंगे

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6 NOV 2022 AT 7:13

Rose is yellow, 
Glow, my fellow! 

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