प्रेम को सबसे अधिक क्षति इसको लेकर मक्कार लेखन करने वालो ने पहुंचाई है। खुद पाखंड से भरे हुए व्यवहारिक दोगलापन लिए ये बस प्रेम मोहब्बत को अपने मन बहलाने का खेल समझते है। मरी हुई अंतरात्मा लिए ये भला प्रेम पर बात भी कैसे कर लेते है? ऐसे प्रीतिद्रोही अपनी कायरता को छुपाकर जब प्रेमगीत लिखते है तो उनकी बेशर्मी पर बस हँसा ही जा सकता है 😂 #भक्क_मक्कारिनी 😂