Indifferent Life   (मनीष बरनवाल [माहीं])
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Joined 25 February 2018


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5 MAR AT 19:39

कभी तुम यु भी तो ज़ाहिर- ए- इज़हार- ए- इश्क़ करो,
मैं लेटा रहूँ 'बिस्तर पर 'तुम होंठो की लाली से मुझे रंग दिया करो...

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21 FEB AT 23:31

मेरी आंखों में खोना उसका,
मेरे कंधे पर सिर रख कर सोना उसका …
एक तरफ तन्हाइयो के खौफ में मै,
एक तरफ उनके बीच यादों को पिरोना उसका…
मुझको आज भी रुला देता है यारो,
बिछड़ते वक्त गले लगाकर रोना उसका…
खत के फैले अल्फाजो को देख कर याद आया,
वो रातों में तकिए को भिगोना उसका….
मैने आज तक संभाल कर रखा हुआ है,
जो टूट गया था बचपन में खिलौना उसका…
उससे आज भी महोब्बत बेपनाह है,
साबित करता है मेरी गजलो में होना उसका…!

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27 NOV 2023 AT 15:09

टूटकर बिखरे नहीं बस ख़ुद से हार गए हैं,
बहुत रोका आंसुओ को फ़िर भी बह ही गए हैं...
रास्ता बहुत खोज़ा मिला ही नहीं,
अब तो हम इस अनजान दुनियाँ में खो ही गए हैं...
सोचा था सब की तरह हम कुछ नहीं करेंगे,
लेकिन सब जैसे हम मतलबी हो ही गए हैं...
एक उमर भर की कहानी लिखनी चाही साथ तेरे
छोटा सा लम्हा बनकर हम तेरा रह ही गए हैं...!

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17 NOV 2023 AT 3:08

हद-ए-इंतज़ार मुकर्रर
किये नहीं जाते,
अगर जज्बा हो सच्ची
तो साथ छोड़े नहीं जाते...

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4 AUG 2023 AT 20:28

उफ्फ ये बरसात, भीगती सड़क, सरसराती बयार, दौड़ता शहर, ठहरा सा मैं, चाय की टपरी, टप-टप पानी का संगीत, हाथ में अदरक वाली कड़क चाय, गुमसुम आंखे, खामोश आवाज़, दिल में तुम्हारी यादें और उस पर बैकग्राउंड में बजता गाना....

जिंदा रहने के लिए तेरी कसम...
एक मुलाकात जरूरी है सनम....♥️

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2 JUL 2023 AT 21:17

इलाज-ए-दर्द-ए-दिल,
तुम से मसीहा हो नहीं सकता..
तुम अच्छा कर नहीं सकते,
मैं अच्छा हो नहीं सकता...!

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25 JUN 2023 AT 14:57

सफर जीतना अकेला हो..
सुकून उतना ही ज्यादा होता है...!

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17 FEB 2023 AT 20:55

सपनों की दुनिया में,
खो जाने वाला लड़का हूँ..
अपने दर्द को साथ लेकर,
मुस्कुराने वाला लड़का हूँ..
खुश दिखता हूँ पर,
मैं खुद से नाराज बहुत हूँ..
खुद से मिलने के इंतज़ार में,
बावला लड़का हूँ..
छोटी छोटी बातों पर,
रूठ जाता हूँ खुद से अक्सर मैं..
पर इक शायरी से अपने दिल,
को सुकून पहुंचाने वाला लड़का हूँ...!

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26 DEC 2022 AT 22:53

जब कभी अकेलापन महसूस होता है,
तो तुम्हारी याद आती हैं...
जब कभी मै खुद से हार जाता हूं तो,
तुम्हारी याद आती हैं...
जब घने अंधेरों में खो जाता हूं तो,
मुझे तुम्हारी याद आती हैं...
मेरी हर छोटी बड़ी खुशी और दुःख में
मुझे तुम्हारी याद आती हैं...!

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10 DEC 2022 AT 20:25

दो उंगलियों के बीच अब सिगरेट नहीं,
दो और उंगलिया होनी चाहिए....!

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