illusion Of faiTh   (Caged freeDom____)
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Joined 28 February 2020


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Joined 28 February 2020
24 APR AT 0:19

वो बातें! जो कभी होठों तक ना आ पाईl
जब मेरे बिना बोले,
उस तक किसी ना किसी जरिए पहुँच पाई
वो whatsApp status पे उसका बस एक 👀...
और वो ख़ुशी, मानों दिन भर की थकान का...
एक पल में छु: हो जाना l
अब वो भ्रम-ए-सुकून भी मेरे नसीब नहीं l


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16 APR AT 1:24

रख कर उनके गोद में सिर, उनकी ही शिकायत करनी है!
कुछ पल ही सही, उनकी नज़रों से बगावत करनी है!

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15 APR AT 19:48

कुछ वजह ही काफी थी,
उनसे दिल लगाने की l
"उनकी आँखे, कुछ बातें और चंद मुलाकातें"

अब वो देते हैं वजह हज़ार,
पर ये दिल उन कुछ लम्हों से, हर बार मात खा जाता है l
देख कर उन्हें किसी गैर के साथ,
ये उस पल को मर जाता है l
फिर कुछ पल को पलके झुकाता है,
वापस उसी राह मुड़ जाता है l

क्यों ये दिल चाह कर भी, उनसे नफरत ना कर पाता है !?

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20 MAR AT 13:31



"मैं बन के रह जाती राधा, तुम कृष्ण जो होते।"

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14 MAR AT 3:26

इन मैखानों से हमें क्या हासिल,
हमने गमों की, एक लम्बी उम्र गुज़ारी है l
कसूर! उनसे चंद मुलाकातों का था
कमबख्त! मय तो खामखां ही बदनाम है।

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14 MAR AT 1:06

कान्हा जो मांगू तुमसे, तो मांगू बस इतना सा

जो बस में है...
तू लिख दे, इन लकीरों में,
उनका नाम, मेरे नाम के साथ,
ता-उम्र हसीं जिंदगी...
किसी ना मिटने वाली स्याही से l
फिर चाहे, तू मेरा जीवन छोटा कर दे,
इस आख़िरी आस के साथ ll

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11 MAR AT 1:39

बात इंतज़ार की ना थी
उन्हें एतबार ना था...

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11 MAR AT 1:24

Girls 'over thinker'


Lend an ear and understand,
The depth of our quest, hand in hand.
In our doubts, there's a journey untold,
For a love that's real, pure as gold.

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6 MAR AT 23:04

In the melodies of music, pain's symphonies play,
Yet on the lips of songs, a burden now lay.
Do they no longer bring solace as they used to,
Or are they wary, of truths they once knew?

In the path of notes, a profound silence grows,
As whispers of tales, in quietude repose.
Perhaps fear lingers, of losing their voice's grace,
Or of losing oneself, in the silence's embrace

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5 MAR AT 2:03

मैं! क्या लिखूँ उसके बारे में, कान्हा?
वो अधूरी-सी एक दास्ताँ, पाने की ज़िद भी नहीं।
वो मोह नहीं मेरा, पर मुकम्मल इश्क़ नहीं।
वो नदी सा शीतल, और मैं राधा नहीं... !!





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