जब आप परेशान होते हों तो लगता है,
पास आके, गले से लगा के मेरी धड़कन सुनाऊं....
आपकी आंखों से जो वेदना बह रही होती है,
उनको अपनी आंखो में समाऊं.....
आप बेजिजक से सारी परेशानियां बताए,
और मैं अपनी महोबत्त से आपको मजबूत करू......
और फिर सारी बातें सुनते सुनते,
आपके बालों में हाथ घुमाते अपनी गोदी मे सुलाऊ......
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