मुआयना कर लो अपनो के दिलों काकुछ यादें बची हैं या मकान खाली है l— % & -
मुआयना कर लो अपनो के दिलों काकुछ यादें बची हैं या मकान खाली है l— % &
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पहले भी मैं इश्क़ लिखता थाआज भी इश्क़ कहता हूं पहले उम्मीद थे उनकीआज मैं बगावत हूं l -
पहले भी मैं इश्क़ लिखता थाआज भी इश्क़ कहता हूं पहले उम्मीद थे उनकीआज मैं बगावत हूं l
कुछ के आंसू दर्द बयां करते हैकुछ की ख़ामोशी l -
कुछ के आंसू दर्द बयां करते हैकुछ की ख़ामोशी l
ता उम्र जुदाई है हम किनारा हैंवो दरिया है lजानते हैंवहम है लेकिन इश्क़ है l -
ता उम्र जुदाई है हम किनारा हैंवो दरिया है lजानते हैंवहम है लेकिन इश्क़ है l
दिलों को छूने की हसरत रख ऐ मुसाफिरदौलत, सौहरत सब दरिया सी बह जायेंगीकुछ जगह मुकब्बल खुदा के दिल में यहां तो बड़ी भी इमारत ढह जायेंगी l -
दिलों को छूने की हसरत रख ऐ मुसाफिरदौलत, सौहरत सब दरिया सी बह जायेंगीकुछ जगह मुकब्बल खुदा के दिल में यहां तो बड़ी भी इमारत ढह जायेंगी l
वहम से एक अहम मन में रहता हैसब कुछ तू ही है सब कुछ तेरा है l -
वहम से एक अहम मन में रहता हैसब कुछ तू ही है सब कुछ तेरा है l
किसी दिन हटेगा गुरुर भी इन बादलों कादिखेगा चांद किसी दिन हमारा भी l -
किसी दिन हटेगा गुरुर भी इन बादलों कादिखेगा चांद किसी दिन हमारा भी l
कब चाहा कब याद कियाएक झलक पाने को वक्त ने मोहताज कियालव तो चुप रहेइन धडकनों शोर कम ना किया l -
कब चाहा कब याद कियाएक झलक पाने को वक्त ने मोहताज कियालव तो चुप रहेइन धडकनों शोर कम ना किया l
मैंने कब मांगा थासमुंदर तेरे इश्क़ का बस जब ये दिल तड़पेकुछ बूंदे झलका देता बारिश की l -
मैंने कब मांगा थासमुंदर तेरे इश्क़ का बस जब ये दिल तड़पेकुछ बूंदे झलका देता बारिश की l
झूठ कहते हैं लोगकि कृष्ण ना मीरा के ना राधा के हुएजितने वो इनके हुए इतने तो रुक्मणि के भी ना हुएजिस्म भले रुक्मणि के साथ थाकृष्ण हृदय से तो हमेशा राधा के ही रहे l -
झूठ कहते हैं लोगकि कृष्ण ना मीरा के ना राधा के हुएजितने वो इनके हुए इतने तो रुक्मणि के भी ना हुएजिस्म भले रुक्मणि के साथ थाकृष्ण हृदय से तो हमेशा राधा के ही रहे l