Gourav Richhariya  
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❤Dilwala ❤insta I'd _ gourav0049777
Joined 26 March 2020


❤Dilwala ❤insta I'd _ gourav0049777
Joined 26 March 2020
27 JAN 2022 AT 12:11

{There is an analogy to everything in the world, but there is no analogy to a guru.
Paras Mani turns iron into gold but not Paras. Whereas the guru makes his disciple his own form.}

– (Dharmsamraat Jyotish &dwarka sharda mathpethadhishwar
Shrimadjagatguru shankaracharya swamishri
Swaroopanand sarasawati ji Maharaj)
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25 DEC 2021 AT 22:34

बहुत मिल लिए ज़माने भर से हम
चलो अब कुछ पल अपने आप से भी मिला जाए।
सुन ली अभी तक सभी की मन की
चलो अब कुछ खुद की मनमानी भी की जाए।
चल लिया हर किसी के पीछे अब तलक
अबसे अपनी बनाई राहों पर भी चला जाए।
जी ली सभी के हिसाब से ज़िन्दगी ‘गगन’ बस !!
चलो ज़िन्दगी को अब खुद के नज़रिये से भी जिया जाए...........। ✍️




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22 DEC 2021 AT 21:26

ज़रूरी नहीं कि हर बात से मैं वाकिफ़ ही रहुँ
कभी-कभी कुछ मसलों से अनजान बने रहना भी हुनर होता है ......! ✍️

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22 DEC 2021 AT 0:10

सादगी और नादानी ही पहचान है मेरी ,
इज्ज़त बड़ी ही सबकी दिल से मैं करता हूँ ।
कौन कितना मेरा अपना है सब समझ में आता है
फिर भी ज़माने भर से मैं हँस के मिलता हूँ .....!✍️🖤

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20 DEC 2021 AT 21:46

जो बीत गया है वो अब दौर ना आएगा,
इस दिल में सिवा तेरे कोई और ना आएगा,
घर फूंक दिया हमने अब बस राख़ उठानी है
ज़िन्दगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है .....!
—Santosh anand ji


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7 DEC 2021 AT 22:49

जो काम,क्रोध,लोभ,मोह,अहंकार,उपहास,तिरिस्कार,छल,कपट,शोक, और अपमान रूपी हलाहल विष को पीकर भी शान्तमन से धैर्यसाध ले और मुस्कुरा दे वह इन्सान आज की इस दुनिया में नीलकंठ (शिव) से कम नहीं हो सकता........।

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19 NOV 2021 AT 18:55

आज अरसों बाद फिर फि़जाऔं ने अपना रुख बदला है !
लगता है फिर से सर्द हवाओं ने धरा को आ कर
चूमा है.....। ✍️

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14 NOV 2021 AT 15:18

दुनिया में रहने के लिए भले ही समझदार और बड़े हो जाना, साहब!
पर ज़िन्दगी को खुल कर जीने के लिए बचपना अपने में जिन्दा जरूर रखना।
क्योंकि जो मजा़ बचपने में है वो अब बड़पन में कहाँ.....
क्योंकि जो दिल से बच्चा है वाकई वह इन्सान सबसे अच्छा है।

Happy Children's Day.....

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13 NOV 2021 AT 8:53

कुछ तुम्हारी सुने कुछ अपने मन की कही जाए,
चल आज फिर साथ मिल सुबह की पहली चाय पी जाए......।☕❣️

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13 SEP 2021 AT 23:31

तेरे घर लौटने का इन्तजार मुझे आज भी है !

मेरी यादो में ज़िंदा तू आज भी है,
मेरे हर लम्हें में शामिल तू आज भी है।
तेरा मुस्कुराहट भरा चेहरा मेरे दिल में महफूज़ आज भी है,
तेरे कदमों की आहट कानों को याद आज भी है।
होता है एहसास घर में आज भी जैसे है तू पास मेरे यही कही..... पर!!
अब कैसे कहूँ कि — तेरे घर लौटने का इन्तजार मुझे आज भी है......!! ✍️

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