Gopal shah   (Writer_bhaiyaji)
39 Followers · 3 Following

मंजिल की राह में सफ़र पर है क़दम
इक दिन उसे पा लूंगा मैं जिसकी है लगन।
Joined 7 February 2019


मंजिल की राह में सफ़र पर है क़दम
इक दिन उसे पा लूंगा मैं जिसकी है लगन।
Joined 7 February 2019
2 MAR AT 0:53

Paid Content

-


13 APR 2023 AT 3:09

Paid Content

-


24 MAR 2023 AT 18:12

ज़िन्दगी मेरी मुझसे तुम तक का सफर ही तो है।

-


19 JUL 2022 AT 0:43

है ठहरा हुआ ये मौसम, है ठहरी हुई ज़िन्दगी। सफ़र है सफ़र दर ज़िन्दगी में, है खामोश क्यों ज़िन्दगी।

-


13 FEB 2022 AT 7:12

Paid Content

-


20 JUL 2021 AT 23:55

Paid Content

-


6 NOV 2020 AT 0:29

तुम यूँ मत जाना
प्रेम अधुरा रह जाएगा।

तराना बिन साज सा जीवन सुना रह जाएगा।
तुम यूँ मत जाना प्रेम अधुरा रह जाएगा।

आँखों कि ये चमक आईना हो जाएगा।
तुम यूँ मत जाना प्रेम अधुरा रह जाएगा।

ना खुशबू बिन रंग गुल बेमज़ा हो जाएगा।
तुम यूँ मत जाना प्रेम अधुरा रह जाएगा।

आकाश सा सुना जीवन का हर कोना हो जाएगा।
तुम यूँ मत जाना प्रेम अधुरा रह जाएगा।

ग़ज़ल का हर हर्फ हो तुम,
पढ़लो मुकम्मल अधुरा हो जाएगा।
तुम यूँ मत जाना,
प्रेम अधुरा रह जाएगा।

-


1 NOV 2020 AT 0:51

ये वो मंजिल नहीं जहाँ ठहर जाता है सफर,
पाकर ही मंजिल को, ये कारवाँ चलता है।

-


1 NOV 2020 AT 0:21

उससे मुहब्बत है उसी से छुपाते है।
इश्क़ कर के ,शाह' इश्क़ से छुपाते है।

आँखें आईना हो जाने से घबराते है,
उसी को देख कर उसी से नजर चुराते है।

-


28 OCT 2020 AT 2:08

मुस्कान सजा कर चेहरे पर,
वो नजर नजर से मिलती है।

काजल को आँखों में भर कर,
वो मेरे सपनो में आती है।

बस बिन्दियांँ का श्रृंगार है उसका,
ना कोई फैशन अपनाती है।

पायल की झनकार लिए वो,
साज सुहाना गाती है।

खुशबू सी हवाओ में वो,
अपनी महक छोड़ जाती है।

सुबह से शाम तलक फिर,
उसकी आरजू सताती है।

-


Fetching Gopal shah Quotes