नशा यूं न बिकता बाज़ारों में,जो अगर दिल की दवा होती।। -
नशा यूं न बिकता बाज़ारों में,जो अगर दिल की दवा होती।।
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तू प्रेम की शुरुआत भी, तू प्रेम का अनुराग भी,तू गीत अमर पुराणों का, तू जीत भी तू हार भी,तू सहज कठिन खलिहान में, तू सफलता की उड़ान भी,तुझ बिन जग में क्या भला, तू दीन भी तू दान भी। -
तू प्रेम की शुरुआत भी, तू प्रेम का अनुराग भी,तू गीत अमर पुराणों का, तू जीत भी तू हार भी,तू सहज कठिन खलिहान में, तू सफलता की उड़ान भी,तुझ बिन जग में क्या भला, तू दीन भी तू दान भी।
अक्सर याद आते हो तुम, मुस्कुराहटो में मेरीशायद, इसीलिए आजकल हँसते-हँसते रो पड़ता हूँ।। -
अक्सर याद आते हो तुम, मुस्कुराहटो में मेरीशायद, इसीलिए आजकल हँसते-हँसते रो पड़ता हूँ।।
सब ठहरा था, बस वक़्त बढ़ता गया,लोग वही, उम्र का लेप चढ़ता गया,ठहरने वाले ने कहाँ देखा सितारों का शहर,ये जग तो उनका है, जो रोज आगे बढ़ता गया।। -
सब ठहरा था, बस वक़्त बढ़ता गया,लोग वही, उम्र का लेप चढ़ता गया,ठहरने वाले ने कहाँ देखा सितारों का शहर,ये जग तो उनका है, जो रोज आगे बढ़ता गया।।
मैं तुम-सा तुम पर क्या लिखूं,तुम हो मेरी परिभाषा,मैं शब्द हूं, भंडार तुमतुम जीवन मैं अभिलाषा।। -
मैं तुम-सा तुम पर क्या लिखूं,तुम हो मेरी परिभाषा,मैं शब्द हूं, भंडार तुमतुम जीवन मैं अभिलाषा।।
मेरी आँखों से नींद का रिश्ता हो तुममैं बिन पँखों सा पंछी और पूरा आसमान हो तुम।। -
मेरी आँखों से नींद का रिश्ता हो तुममैं बिन पँखों सा पंछी और पूरा आसमान हो तुम।।
कुछ पल को ठहरे मुसाफिर से हो तुम,दो वक्त को आये थे, आज फिर चले गए।। -
कुछ पल को ठहरे मुसाफिर से हो तुम,दो वक्त को आये थे, आज फिर चले गए।।
ज़िन्दगी अधूरा ख्वाब है तुम्हारे बिना,इसे पूरा करने की चाहत हो तुम,मौत अधूरा लफ्ज़ है जुबान पर,मुझे अकेले छोड़कर इसे पूरा करते हो तुम।। -
ज़िन्दगी अधूरा ख्वाब है तुम्हारे बिना,इसे पूरा करने की चाहत हो तुम,मौत अधूरा लफ्ज़ है जुबान पर,मुझे अकेले छोड़कर इसे पूरा करते हो तुम।।
वो होठों पर मुस्कान, और दिल में गुब्बारा रखता थाझूठ उसके चहरे पर, वो सच कही और लिखता था -
वो होठों पर मुस्कान, और दिल में गुब्बारा रखता थाझूठ उसके चहरे पर, वो सच कही और लिखता था
कुछ बीते वक़्त सा था वोहसीन तो था, मगर अब पास नही। -
कुछ बीते वक़्त सा था वोहसीन तो था, मगर अब पास नही।