अपने लिए सही जीवन जीकर तो देखो, सबके लिए जी उठोगे। -
अपने लिए सही जीवन जीकर तो देखो, सबके लिए जी उठोगे।
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जिनके पास पंख हैं, लोग उन्हें भी पिंजरे में बंद हुआ देखकर कैसे खुश हो सकते हैं? ये बात मुझे कभी समझ नहीं आई। -
जिनके पास पंख हैं, लोग उन्हें भी पिंजरे में बंद हुआ देखकर कैसे खुश हो सकते हैं? ये बात मुझे कभी समझ नहीं आई।
पढ़ाने को सिखाना नहीं, सीखना मानो। -
पढ़ाने को सिखाना नहीं, सीखना मानो।
बाल-मनोविज्ञान की अच्छी समझ होना जितना शिक्षकों के लिए आवश्यक है उतना ही अभिभावकों के लिए भी। -
बाल-मनोविज्ञान की अच्छी समझ होना जितना शिक्षकों के लिए आवश्यक है उतना ही अभिभावकों के लिए भी।
हम सब जीवन के व्याकरण की वो ग़लती हैं जिसे हम कभी सुधारने का प्रयास ही नहीं करते। -
हम सब जीवन के व्याकरण की वो ग़लती हैं जिसे हम कभी सुधारने का प्रयास ही नहीं करते।
भाषा का विज्ञान यदि प्रेम के विज्ञान से टकराया तो निश्चित रूप से पराजय प्रेम की होगी क्योंकि वह परे है भाषा के हर बंध से। -
भाषा का विज्ञान यदि प्रेम के विज्ञान से टकराया तो निश्चित रूप से पराजय प्रेम की होगी क्योंकि वह परे है भाषा के हर बंध से।
कई बार हम मदद के नाम पर लोगों की थाली में मुश्किलें परोस देते हैं। -
कई बार हम मदद के नाम पर लोगों की थाली में मुश्किलें परोस देते हैं।
मैं सात से दस दिन तक रोज अपने स्टेटस पर पौधों की तस्वीरें साझा करूं और आप मुझे प्रकृति-प्रेमी मानने लगेंगे। बगैर ये सोचे कि कभी सचमुच मैंने ज़मीन में एक भी पौधा लगाया है या नहीं। -
मैं सात से दस दिन तक रोज अपने स्टेटस पर पौधों की तस्वीरें साझा करूं और आप मुझे प्रकृति-प्रेमी मानने लगेंगे। बगैर ये सोचे कि कभी सचमुच मैंने ज़मीन में एक भी पौधा लगाया है या नहीं।
मेरी हर कहानी में मौजूद होगे तुम, वो बात अलग है कि किसी को नजर नहीं आओगे। कई बार खुद को भी नहीं। -
मेरी हर कहानी में मौजूद होगे तुम, वो बात अलग है कि किसी को नजर नहीं आओगे। कई बार खुद को भी नहीं।
मेरे हृदय में तुम्हारे लिए जो अनुरक्ति है उसकी गवाह बनेगी अब ये दुनिया। -
मेरे हृदय में तुम्हारे लिए जो अनुरक्ति है उसकी गवाह बनेगी अब ये दुनिया।