सुनो,
वो जो हम थे ना, किसी लॉकर के combination की तरह थे, वो कॉम्बिनेशन जो हम हमेशा भूल जाते हैं, वो जिसका पासवर्ड हमने किसिका birthday रखा था, पर किसका? ये याद नहीं। और याद रखना कुछ ज़रूरी भी नहीं लगा क्यों के कुछ important नहीं रखा था हमने उसमे।
वो जो हम थे ना, किसी किताब के उस पन्ने की तरह थे जो हमने आखरी बार पढ़ा था पर बुकमार्क लगाना भूल गए। हमने कोशिश नहीं की उस पन्ने को दुबारा ढूंढने में और एक नया chapter शुरू कर दिया।
मसलन, मै ऐसी थी जैसे जब तुम सामने थे तो आंखो और ज़हन में बस तुम्हीं थे, पर जो अब आदत छूट सी गई है तुम्हारी, यूं कह लो उस कॉम्बिनेशन और बुकमार्क की जरूरत नहीं रही अब।
एक नया सा ताला लेकर हमने अपने दिल को लॉक कर लिया है और एक नई सी किताब से दिल लगा लिया है हमने।
सुनो, ये जो नया कॉम्बिनेशन है ना, बहुत ही मुश्किल सा है, पर अब डरती नहीं हूं मैं, जो भूल भी गई, एक कोशिश करूंगी दुबारा याद करने की।
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