आज भी जारी है !! किसे पता है कि ये कब ,कहा और कैसे रुक जाए !! तय करो जिंदगी के सफ़र !! जब तक कर पाओ !! जियो हर पल खुल के और बस जिंदगी के सारे सफ़र और सारे डगर के मज़े लिए जाओ !!
अब चुभने लगी है लोगो की बातें !! अब तो लोग ज़बान से ही कत्ल किया करते है !! आंखो से ज़खम, ईसकदर दे जाते है, की वो ज़ख्म कभी भरता भी नहीं है, और न ही आप कभी उसे भर पाते हैं !!!!
रहने दो अब वो बातें , रहने दो अब उन मुलाकातों की रातें ! अब टूट के बिखरता नहीं है कोई किसी के लिए, और अब वो दौर ही नहीं आएगा सायद दोबारा, जिसमें लोग महज़ किसी की यादों में ही थे अरसा बिताते !!
हमसे , और एक वो है जो अरसा बिताया करते है ! उनके जाने से टूटी, बिखरी सी है हमारी जिंदगी, और वो सक्स अपनी जिंदगी में हर एक पल खुशियों से बिताया करते हैं !!