"कर चले कुछ ऐसा, की हर सुबह बोल उठे। लफ्ज़ - लफ्ज़ जुड कर सिफ़र के, एक कविता बन बोल उठे। गर दिन हो आखिर जिंदगी का, तो जिस्म से रूह बोल उठे। कर चले कुछ ऐसा, की हर सुबह बोल उठे।" _________________________________________ Insta ID: ersurajmottanofficial _________________________________________ YouTube Channel : Knowledge Adda By Suraj Sir _________________________________________