Ekta garg  
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कोई न रोको दिल की उड़ान को...💕
Joined 3 March 2019


कोई न रोको दिल की उड़ान को...💕
Joined 3 March 2019
20 SEP 2023 AT 9:10

मुझको भी आवाज़ थी देनी उसको भी तो रुकना था,
दोनों को ही इस रिश्ते में थोड़ा थोड़ा झुकना था।

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23 JUN 2023 AT 9:03

हम भी औरों की तरह अब शायरी कहने लगे,
यानी की अब दर्द को कुछ ठीक से सहने लगे।

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26 SEP 2022 AT 19:38

जब भी रूठा मैं उससे वो झट से मनाने आ गया
लगता है कोई दोस्त उसको भी समझाने आ गया,

करनी न आती थी मुझे शिकायतें मुहब्बत में
वो शख्स धीरे-धीरे मुझको सब सिखाने आ गया ।

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21 MAY 2022 AT 12:40

कब से तेरी याद में रहना सीख लिया
फिर भी तेरी आज कमी क्यूं खल रही है,

मेरा सब से मिलना जुलना छूट गया
पर तू सबसे अब भी हंसकर मिल रही है।

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23 APR 2022 AT 19:26

मेरी मां ही बस समझती है कि मैं हूं एक लाखों में
बाकी जहां को लगता है बस मैं ही हूं बिगड़ा हुआ,

रिश्ता बड़ा कच्चा रहा खुद से भी और उससे भी
हर बार उससे लड़कर मेरा खुद से भी झगड़ा हुआ,

दिल मेरा है ये मगर सुनता है तेरी इस तरह
पंछी हो जैसे कोई किसी पिंजरे में जकड़ा हुआ,

मोहब्बत की जो डोर थी वो तो सालों पहले टूट गई
मैं पागल हूं मैंने अब तक है सिरा पकड़ा हुआ।

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8 APR 2022 AT 17:04

काश ! मेरा दिल भी न यूं नादानियां करता
मोहब्बत में मोहब्बत से बड़ी बेमानियां करता,

मुकर जाता किसी दिन तू वफ़ाओं को निभाने से
हिज़्र ए यार के लम्हें में कुछ आसानियां करता।

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5 APR 2022 AT 11:23

जो झूठ पे राज़ी रहता है
उसे न सच बताया कर

तुझे हो गर कोई दिक्कत
उसे हंसके छुपाया कर

तेरा है वो अगर अपना
उसे झट से मनाया कर

तेरी ना हो खता फिर भी
उसे अपनी बताया कर।

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8 MAR 2022 AT 10:38

एक औरत ने मुझे सिखाया,
सही मायने में, औरत होना ।

कहती है, औरत कमजोर नहीं है
अंदर से बेख़ौफ़ बड़ी है
सहती औरत सहने जितना,
आंखें नीची, आवाज धीमी
रहती है, बस रहने जितना।
एक औरत ने मुझे सिखाया,
सही मायने में, औरत होना ।

गलत को ना वो, अपनाती है
सही पे फिर वो, अड जाती है
कितनों की आवाज बनी है
औरत, औरत का मान बनी है।
एक औरत ने मुझे सिखाया,
सही मायने में, औरत होना ।

सालों से बंजर रहते-रहते
खुद की ही, बाग़बान बनी है
ख्वाबों को फिर, बुनते-बुनते
औरत इक पहचान बनी है।
एक औरत ने मुझे सिखाया,
सही मायने में, औरत होना ।

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7 MAR 2022 AT 18:12

कैसे मिटेंगे इश्क़ के ये ज़ख्म कुछ दिन में
ये वो मर्ज़ है कि जो उभरता है मरहम से।

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1 DEC 2021 AT 18:26

वो जो मेरे बाद तुझे पुकारेगा,
प्यार से नही तेरे नाम से पुकारेगा ।

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