सैलाब क़ाबू करने का दम रखते हो “राठौड़ “साहब और एक आँखों का कतरा है जो तुमसे सम्भाला नहीं जाता के एक उम्र गुज़ारनी है उसके बग़ैर “राठौड़” और लम्हा तुमसे गुज़ारा नहीं जाता इसका दिल रखते हो तो कभी उसका दिल रखते हो और एक अपना दिल है “राठौड़” जाने कहाँ रखते हो
के तुझसे बहुत नाराज़ हुआ हूँ कभी कभी बहुत उलझन मै रहा बहुत हूँ मै तुजसे क्या छुपाऊँ के तेरे पास ही चैन से सोया हूँ मै बोलके क्या बताऊँ तुझे कितना याद करता हूँ मेरी लाल आँखें बताएँगी K कितना रोया हूँ मै
वो प्यारी सी लड़की वो नींद को सुलाती थी रोज़ाना पता नहीं मेरे पास आते ही नींद उससे सुला देती थी मै नादान ज़िद के अलावा कुछ कर ही नहीं पाया और वो प्यार करती रही बहुत प्यार करती रही मेरे दिल अब समझ आता है तू इतना उदास क्यूँ रहता है
तू कभी बात मत करना न सही तू कभी मत मिलना न सही तू कभी मत दिखाना न सही तू कभी मेरा प्यार याद मत करना न सही तू हाल मै पूछना न सही बस कभी कभी मसगुरा देना chai पे मै समझ लूँगा तू मेरी bimbim है
सब छोड़ आया पीछे बस रख लाया साथ मै तेरी कुछ चीज़ें एक रूमाल ,घड़ी ,jeanस,दिन लिखे हुए रूमाल,lamp ,पर्दे तेरा दिया हुआ टूटा मोबाइल cover ,तेरी दी हुई बटन,पंचिंग बैग,कला बैग,नीला ear phone ,फ़ोन ,तेरा दिया हुआ पर्स पता है जान से लगा कर रखूँगा इन्हें जान से किसी को नहीं दूँगा कभी नहीं bimbin e bimbim miss u bahut zada
सोचा नहीं था के आख़िरी बार गले भी नहीं लग पाऊँगा के ये जो कहानी रात मै शुरू हुई थी रात मै ख़त्म हो जाएगी सोचा नहीं था दिल जो मैंने जोड़ा था मेरे हाथों टूट जाएगा सोचा नहीं था मेरा भगवान जनता है के तुझे खुश रखने के लिए मै कुछ भी कर जाता था लेकिन दुखी कर गया सोच ना था मै फ़रेबी नहीं लेकिन सच न बता पाया सोचा नहीं था के ज़िंदगी ऐसे करवट लेगी सोचा नहीं था