वो जिन्हें आपकी ईमानदारी से दिक्कत है, वो जिन्हें आपकी वजहें वाजिब नही लगतीं, वो तुलना करते हैं, कान भरते हैं और षड्यंत्र भी रचते हैं, आपको परेशान करने के लिए..पर वो भूल जाते हैं कि, समस्त इंसानी क्षमता जिसके सामर्थ्य के आगे नतमस्तक हो जाती है उसकी कोई जात नही, उससे कुछ छिपा नही, उसके कान नही भरे जा सकते।
वो जो मौन होकर देखता है, हमारे प्रत्येक कर्म और उसके पीछे की भावना को, वो नियति का रचयिता प्रत्येक जीव को उसके हर एक कर्म का फ़ल अवश्य देता है।
#आज़ नही तो कल।
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