आपकी खूबसूरती के बारे लिखूंगा इतना ही,नजरें तो गई कईयों पे,जिससे हटी नहीं वो आप हो -
आपकी खूबसूरती के बारे लिखूंगा इतना ही,नजरें तो गई कईयों पे,जिससे हटी नहीं वो आप हो
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क्यूं न मोहब्बत से किनारा कर लिया जाए,क्यूं न उनके बिना गुजारा कर लिया जाए।वो कहती हैं सच्ची मोहब्बत मिलती नहीं,क्यूं न उसी से मोहब्बत कर ली जाए।। -
क्यूं न मोहब्बत से किनारा कर लिया जाए,क्यूं न उनके बिना गुजारा कर लिया जाए।वो कहती हैं सच्ची मोहब्बत मिलती नहीं,क्यूं न उसी से मोहब्बत कर ली जाए।।
दिल चाहता हैं कि तुझे जी भर देखूं,पर ये दिल कभी भरेगा ही नहीं।। -
दिल चाहता हैं कि तुझे जी भर देखूं,पर ये दिल कभी भरेगा ही नहीं।।
उसके प्यार में पागल कोई मुझसे ज्यादा भी नहीं,पर मैं उसके आधे का आधा भी नहीं।। -
उसके प्यार में पागल कोई मुझसे ज्यादा भी नहीं,पर मैं उसके आधे का आधा भी नहीं।।
इंतज़ार, इज़हार, इबादत सब किया मैंने..!.मैं तुम्हें क्या बताऊं कितना इश्क़ किया मैंने..!अफ़सोस हैं कि गलत इंसान से किया मैंने..! -
इंतज़ार, इज़हार, इबादत सब किया मैंने..!.मैं तुम्हें क्या बताऊं कितना इश्क़ किया मैंने..!अफ़सोस हैं कि गलत इंसान से किया मैंने..!
दूर के दीदार से चांदअपने महबूब से लगते हैं,पास जाने पर चांद केदाग दिखने लगते हैं। -
दूर के दीदार से चांदअपने महबूब से लगते हैं,पास जाने पर चांद केदाग दिखने लगते हैं।
उसको देखकर ये दुनियाअंदाज़ा लगा नहीं सकती,वो प्यार में पड़ गई है मेरेपर मुझे बता नहीं सकती ! -
उसको देखकर ये दुनियाअंदाज़ा लगा नहीं सकती,वो प्यार में पड़ गई है मेरेपर मुझे बता नहीं सकती !
विश्वगुरु बनने के पथ परपहला कदम उतारा हैआज चाँद पर पहुँच गयेअब सारा गगन हमारा हैधरती माता चंदा मामाअब तक यही सुनाया थासुनकर लोरी बड़े हुएमामा को दूर बताया थाइसरो अभी प्रण करो अब लक्ष्य सूर्य का साधो तुममंगल चंदा साध लिएअब सौर जगत को बाँधों तुमदेख रहा है भर कर आशाविस्मित यह संसार हमेंभारत माता नेह लुटातीभर भर आँचल आज हमेंस्वर्ण सूर्य सा आज उगा लेजन गण मन का भाग्य जगाश्वेत हरित और दिव्य केसरीविश्व पटल पर आज लगा -
विश्वगुरु बनने के पथ परपहला कदम उतारा हैआज चाँद पर पहुँच गयेअब सारा गगन हमारा हैधरती माता चंदा मामाअब तक यही सुनाया थासुनकर लोरी बड़े हुएमामा को दूर बताया थाइसरो अभी प्रण करो अब लक्ष्य सूर्य का साधो तुममंगल चंदा साध लिएअब सौर जगत को बाँधों तुमदेख रहा है भर कर आशाविस्मित यह संसार हमेंभारत माता नेह लुटातीभर भर आँचल आज हमेंस्वर्ण सूर्य सा आज उगा लेजन गण मन का भाग्य जगाश्वेत हरित और दिव्य केसरीविश्व पटल पर आज लगा
तेरे दामन पर तेरा भारत आशिक़ आ चुका हैतेरी खुबसूरती का दीदार करनेतेरा दीवाना आ चुका है -
तेरे दामन पर तेरा भारत आशिक़ आ चुका हैतेरी खुबसूरती का दीदार करनेतेरा दीवाना आ चुका है
सूरज तो सिर्फ पूर्व से निकलता हैंचांद का पता नही चलता कब किस दिशा में दिखे। -
सूरज तो सिर्फ पूर्व से निकलता हैंचांद का पता नही चलता कब किस दिशा में दिखे।