वो किसी और की होकर भी मुझे याद करती है सायद आज किसी ख़ास से मेरी बात करती है सुना है की ख़ुश नहीं है वो उसके साथ मेरी तस्वीरों को देख कर आज भी अपने आँखों से आँसुओ की बरसात करती है
अब में अकेले बेठ कर रात भर ख़ुद पर ख़ूब हँसता हूँ पागल नहीं हूँ में बस तुम्हारे साथ बिताए पल को याद करता हूँ ख़ुद तुम्हारा जवाब सुन कर ख़ुद से बात करता हूँ