तुम कभी मेरा साथ तो नहीं छोड़ोगे ना?नहीं, मैं वादा करता हूं ।मैं कभी तुम्हारा साथ नहीं छोडूंगीऐसा वादा मैंने लिया नहीं ।अब इसमें सही गलत की बहस से क्या हासिल होगा, क्योंकि वादा तो सिर्फ उसने लिया था ना, तुमने नहीं ।। -
तुम कभी मेरा साथ तो नहीं छोड़ोगे ना?नहीं, मैं वादा करता हूं ।मैं कभी तुम्हारा साथ नहीं छोडूंगीऐसा वादा मैंने लिया नहीं ।अब इसमें सही गलत की बहस से क्या हासिल होगा, क्योंकि वादा तो सिर्फ उसने लिया था ना, तुमने नहीं ।।
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किसी भी कहानी का अंजाम उसके किरदार नहीं, हालात तय करते है ।। -
किसी भी कहानी का अंजाम उसके किरदार नहीं, हालात तय करते है ।।
क़ुबूल हैक़ुबूल है क़ुबूल है -
क़ुबूल हैक़ुबूल है क़ुबूल है
वो राजा की बेटी थी और भोले अपने कैलाशीक्या योग बना उस काल में, जब नाचे सारे बैरागीनौ दिन तक त्यौहार मना, और मनी फिर शिवरात्रिजय जय बोलो, बम बम बोलो, फिर है आई शिवरात्रि -
वो राजा की बेटी थी और भोले अपने कैलाशीक्या योग बना उस काल में, जब नाचे सारे बैरागीनौ दिन तक त्यौहार मना, और मनी फिर शिवरात्रिजय जय बोलो, बम बम बोलो, फिर है आई शिवरात्रि
कुछ अपने छूटे तो सारी दुनिया की नजरों में बिखर गए हम ।फिर माता रानी ने बुलाया और पहले से भी ज्यादा निखर गए हम । -
कुछ अपने छूटे तो सारी दुनिया की नजरों में बिखर गए हम ।फिर माता रानी ने बुलाया और पहले से भी ज्यादा निखर गए हम ।
जिंदगी के इस दौर में अब गुलाब पर भी भरोसा नहीं होता ।क्योंकि यहाँ तो "रोज़ डे" भी साल में बस एक बार है आता ।। -
जिंदगी के इस दौर में अब गुलाब पर भी भरोसा नहीं होता ।क्योंकि यहाँ तो "रोज़ डे" भी साल में बस एक बार है आता ।।
चाँद बनने की चाहत रखने वाले लोग अक्सर अपने चारों तरफ फैले अंधेरे को पसंद नहीं करते । लेकिन वो ये भूल जाते है कि बिना अंधेरे के तो चाँद खुद नगण्य है । -
चाँद बनने की चाहत रखने वाले लोग अक्सर अपने चारों तरफ फैले अंधेरे को पसंद नहीं करते । लेकिन वो ये भूल जाते है कि बिना अंधेरे के तो चाँद खुद नगण्य है ।
लेखक की असल ज़िंदगी में जब किसी किरदार की मृत्यु होती है, तो वह अक्सर एक कहानी के माध्यम से पुनर्जन्म ले लेता है ।। -
लेखक की असल ज़िंदगी में जब किसी किरदार की मृत्यु होती है, तो वह अक्सर एक कहानी के माध्यम से पुनर्जन्म ले लेता है ।।
जो रिश्ते थोड़े कच्चे थे, वो इस साल अजनबी हो गए ।जो दूर होकर भी अपने थे, वो इस साल करीब हो गए ।।जितनों ने साथ छोड़ा, उससे ज्यादा नए दोस्त मिल गए ।शिकायत क्या करूं, जब महाकाल ख़ुद मुझे सुकून दे गए ।। -
जो रिश्ते थोड़े कच्चे थे, वो इस साल अजनबी हो गए ।जो दूर होकर भी अपने थे, वो इस साल करीब हो गए ।।जितनों ने साथ छोड़ा, उससे ज्यादा नए दोस्त मिल गए ।शिकायत क्या करूं, जब महाकाल ख़ुद मुझे सुकून दे गए ।।
मेरा किसी और को लिखा हुआ पत्र पढ़कर उसे मुझसे प्यार हो गया था । वो इस प्यार में और पागल ना हो जाए, बस यहीं सोचकर मैंने उसे कभी कोई पत्र नहीं लिखा ।। -
मेरा किसी और को लिखा हुआ पत्र पढ़कर उसे मुझसे प्यार हो गया था । वो इस प्यार में और पागल ना हो जाए, बस यहीं सोचकर मैंने उसे कभी कोई पत्र नहीं लिखा ।।