Deepak Kumar   (✍️दीपक)
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बस एक बेहतर इंसान बनने की कोशिश में बाकी बाद में लिखेंगे 🙏
Joined 27 March 2019


बस एक बेहतर इंसान बनने की कोशिश में बाकी बाद में लिखेंगे 🙏
Joined 27 March 2019
9 MAY 2021 AT 18:32

" माँ "

तमन्ना मेरी यही की बुरे से अच्छा बन जाऊं,

फ़रेबी और झूठी दुनिया में सच्चा बन जाऊं,

पूरी करदु "माँ" की हर इक आरजू और

उससे लिपट कर फिर एक बार बच्चा बन जाऊं।

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3 SEP 2020 AT 13:38

" Stay Positive "
15 days of isolation when everything is quite..
Your mind thinks & you can't sleep all night..
Morning starts with self dilemma and plight..
Inside you battle field, invisible enemy & fight..
You can't measure it's length, width & height..
Life's colorful portrait turns into black & white..
Why to cry? When you have a story to write..
A candle can make a gloomy room so bright..
Energy is contagious, Energy is eternal delight..
To overcome this fear all must mentally tight..
Step out of the darkness & look into the light..
Stay positive in the end everything'll be alright...

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30 MAY 2020 AT 15:11

'काल्पनिक कामयाबी vs सकारात्मक नाकामी'
लोकतंत्र एकतंत्र हुआ,
चाटूकारिता ही मन्त्र हुआ।
शक्ति सख़्ती में बदल गयी, 
अंधभक्ति विकास निगल गयी।
अर्थव्यस्था जैसे खेल हुआ,
साथी 'जीडीपी' भी फेल हुआ।
काल्पनिक कामयाबी का गीत गाने वाले वफ़ादार हो गए,
सकारात्मक नाकामी गिनाने वाले देशद्रोही गद्दार हो गए।

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23 MAY 2020 AT 12:09

हाँ "वो मज़दूर था...",

जिसके कांधे थी कभी देश की बागडोर
आज वो ही इस बीमारी से ज्यादा बीमार हो गया।

विश्वगुरु भारत के आने वाले दिनों का
देखिए! ज़रा कैसे इस नए दशक में दीदार हो गया।।

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23 MAY 2020 AT 12:05

"वो मजदूर था..."

अशिक्षा भुखमरी गरीबी इन पर उसका अधिकार हो गया
जिस उम्र में बच्चे खेलते है, उस उम्र में वो कामगार हो गया
माँ का नवजात बच्चा ही उसके न थकने का आधार हो गया
कभी वक्त बदलेगा इसी सोच में ऊर्जा का संचार हो गया

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23 MAY 2020 AT 12:02

"वो मजदूर था..."

तपती धूप और जलते छालो से जीना भी अब दुश्वार हो गया
झूठी दलीलों और फ़र्ज़ी मुआवजों का वो हकदार हो गया
घर जाने की आस जाने कितने दलालो का शिकार हो गया
खुद के घर पहुँचा भी पर वहां भी उसका तिरस्कार हो गया

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23 MAY 2020 AT 11:58

"वो मजदूर था..."

जिसकी कभी ख़बर न ली, उसका बेवजह ही प्रचार हो गया
हिन्दू मुस्लिम वाली मीडिया में जैसे वो दरकिनार हो गया
असल जिंदगी का अभिनेता,टीवी का मशहूर कलाकार हो गया
कभी रुककर मदद न कि,आज उसी का चिंतन विचार हो गया

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23 MAY 2020 AT 11:55

"वो मजदूर था..."

दो रोटी क्या चुरा ली,इस संगीन जुर्म में गिरफ्तार हो गया
बच्चे के लिए साइकिल उठा ली और वो कसूरवार हो गया
सोचके के पनाह मिलेगी, उस औरत का बलात्कार हो गया
जो चेन से सोया पटरी पर अगले दिन वो समाचार हो गया

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23 MAY 2020 AT 11:48

"वो मजदूर था..."

गलती तो थी कुछ अमीरों की पर अब वो गुनहगार हो गया
एनआरआई तो आते रहे वो प्रवासी श्रमिक मक्कार हो गया
कोई विदेशी नही अब वो देसी सियासत का गद्दार हो गया
बर्बाद अर्थव्यवस्था का अब इकलोता वो जिम्मेदार हो गया

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23 MAY 2020 AT 11:44

"वो मजदूर था..."

गाँव जाने बहार निकला समाज उसका बहिष्कार हो गया
जरूरत के वक्त काम लिया अब वो नकारा बेकार हो गया
सड़क घर, पुलिया गाँव, फुटपाथ ही सारा संसार हो गया
कुछ गुरुद्वारे और आश्रय स्थल ही उसका परिवार हो गया

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