एक यह दिल है जो सौ जन्मों से शैदाई है,
एक तुम हो, कि न मिलने की क़सम खायी है।
छुपाऊ कैसे भला नाम तेरा दुनिया से
छुपाऊ कैसे भला नाम तेरा दुनिया से
मेरी आंखों में तेरी तस्वीर उतर आई है।
एक यह दिल है जो सौ जन्मों से शैदाई है,
एक तुम हो, कि न मिलने .................
जी चाहता है तुझे,नज़्म कोई पेश करूं
जी चाहता है तुझे,नज़्म कोई पेश करूं
ख़ुद गज़ल होकर भरी बज़्म में तू आई है।
एक यह दिल है जो सौ जन्मों से शैदाई है,
एक तुम हो, कि न मिलने .................
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