माँ मुझे सैनिक बना दो !
आज न सुनना चाहता हूँ मैं परियों की कहानी,
आज मुझसे मत कहो माँ, था एक राजा एक रानी,
वीर राणा की शिवा की शक्ति तुम मुझमे जगा दो,
माँ मुझे सैनिक बना दो।
जो उठाये भूल कर भी आँख मेरी मातृ भूमि पर,
जो बढ़ाये भूल कर भी पैर वीरों के प्रसू पर,
मैं उड़ा दूँ शीश उसका वह मुझे कौशल सीखा दो,
माँ मुझे सैनिक बना दो।
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