कृपया हमारी अच्छाई बुराई हमीं से करें।क्योंकि हमारी कोई दूसरी ब्रांच नहीं है।। -
कृपया हमारी अच्छाई बुराई हमीं से करें।क्योंकि हमारी कोई दूसरी ब्रांच नहीं है।।
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नही देखा जिसे छू कर, उसे पाने का अरमान है।हकीकत मुश्किल है कितनी,ख्वाब कितने,आसान हैं।। -
नही देखा जिसे छू कर, उसे पाने का अरमान है।हकीकत मुश्किल है कितनी,ख्वाब कितने,आसान हैं।।
इस युग में, अनकहे शब्दों के बोझ से थक जाते है सभी।पता नही चुप रहना समझदारी है या मजबूरी है अभी।। -
इस युग में, अनकहे शब्दों के बोझ से थक जाते है सभी।पता नही चुप रहना समझदारी है या मजबूरी है अभी।।
जिंदगी के सफर में, अजी रास्ते कहाँ खत्म होते हैं।ख्वाहिशें थम जाएँ जहां, मंज़िल भी वहीं होते हैं।। -
जिंदगी के सफर में, अजी रास्ते कहाँ खत्म होते हैं।ख्वाहिशें थम जाएँ जहां, मंज़िल भी वहीं होते हैं।।
स्वयं में समां सकूँ जिसको वो अक्स कहाँ से ढूँढ़ू।मेरे बिन वो भी अधूरा हो वो शख़्स कहाँ से ढूँढ़ू।। -
स्वयं में समां सकूँ जिसको वो अक्स कहाँ से ढूँढ़ू।मेरे बिन वो भी अधूरा हो वो शख़्स कहाँ से ढूँढ़ू।।
कितना बेईमान है ये दिल कि...धड़क तो रहा मेरे लिए पर तड़प रहा तेरे लिए...! -
कितना बेईमान है ये दिल कि...धड़क तो रहा मेरे लिए पर तड़प रहा तेरे लिए...!
एहमियत क्या दी, की खुद को कोहिनूर मानने लगे।ये कांच के टुकड़े भी, क्या खूब वहम पालने लगे।। -
एहमियत क्या दी, की खुद को कोहिनूर मानने लगे।ये कांच के टुकड़े भी, क्या खूब वहम पालने लगे।।
सिर्फ पैसा ही नहीं रिश्तों की भी कदर की जीए, साहब।इन्हें गंवाना है आसान, पर कमाना है मुश्किल, साहब।। -
सिर्फ पैसा ही नहीं रिश्तों की भी कदर की जीए, साहब।इन्हें गंवाना है आसान, पर कमाना है मुश्किल, साहब।।
जीवन के इस सफर में हमेशा हौसले के तरकश संग, कोशिश का वो तीर ज़िंदा रख।हार जा चाहे जिन्दगी मे सब कुछ मगर फिर से जीतने की वो उम्मीद जिन्दा रख।। -
जीवन के इस सफर में हमेशा हौसले के तरकश संग, कोशिश का वो तीर ज़िंदा रख।हार जा चाहे जिन्दगी मे सब कुछ मगर फिर से जीतने की वो उम्मीद जिन्दा रख।।
तेरे बुरे वक्त में जो तुझ से जुदा न हो।गौर से देखना कहीं वो तेरा खुदा न हो ।। -
तेरे बुरे वक्त में जो तुझ से जुदा न हो।गौर से देखना कहीं वो तेरा खुदा न हो ।।