civi ✍️   (Civi)
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When my thoughts overflow I pour it on the paper✍️✍️✍️
Joined 28 July 2019


When my thoughts overflow I pour it on the paper✍️✍️✍️
Joined 28 July 2019
7 MAY 2023 AT 13:31

किसी को चाहिए कोई तो कोई किसी के लिए बेकरार है .......
चाहत और नसीब में अक्सर बनती नहीं शायद .......!!!!!!

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20 FEB 2023 AT 14:47

लाइये कुछ नया आज कुछ और ......
कल की बात रात के बाद पुरानी हो गयी.......!!!!

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31 JAN 2023 AT 16:09

कहते है कि सब ठीक हो जाता है वक़्त के साथ साथ ….
कुछ यादें ऐसी होती है जिनको वक़्त और नासूर बना देता है …….!!!!!

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21 JAN 2023 AT 14:25

जब हम समझना नहीं चाहते तो क्यू ज़िद है समझाने की …..
जब जानते है हम की दिन के बाद बारी है रात के आने की ……..!!!!!!

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19 JAN 2023 AT 16:35

आसमां कुछ कह रहा मुझसे .....
मेरे लफ्ज़ के दीदार के लिए ......
वो कहते थे कि जिंदगी हो तुम मेरी ......
हम तरसे अब उनके हाल चाल के लिए .......!!!!!!!

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26 OCT 2022 AT 23:27

भूलता नहीं वो मुझको और मै उसे भुला बैठा हूँ ......
दूर से आ जाता था नज़र अब नज़दीक से भी धुंधला सा हूँ ......
कर गयी तन्हा तोड़ गयी रूह मेरी ......
जिन्दा तो हूँ लेकिन रूह से जुदा जुदा सा हूँ .........!!!!!!

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22 OCT 2022 AT 23:20

काश कि ख़बर हो जाये उनको हमारी मोहब्बत की …….
हमें इंतजार उनके इकरार का नहीं उनके मालूम का है ………!!!!!!!!

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17 OCT 2022 AT 0:00

क्या किसी ने देखा है इश्क़ ……
शायद वो मेरे जैसा होगा …….
होती है किसी से मोहब्बत ऐसी ……
शायद वो खुश्बू के जैसा होगा …….
निकलती है आह देख कर झलक उसकी ……
शायद वो गुलज़ार की गज़ल जैसा होगा …….
बस एक बार हो जाये दिल उनके रूबरू ……
शायद वो खुदा की जन्नत जैसा होगा ……..!!!!!!!

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22 SEP 2022 AT 23:37

चाँद तुझसे मुझे शिकायत है ......
जब नज़र नहीं आता मेरा चाँद ......
तू क्यों नज़र आता है ......
चाँद तुझसे मुझे शिकायत है ......
क्यों करती है चाँदनी तुझसे इतनी मोहब्बत ......
जब कि तुझमे भी तो दाग़ है .......
क्यों रहता है इंतजार तेरे आने का ......
क्यों तुझसे इतना प्यार है ......
क्यों नहीं होती तुझसे चाँदनी की मोहब्बत कम ......
एक बराबर जैसे .....कैसे पहले दिन जैसा प्यार है ......
हर बार हो जाता हूँ खामोश देख कर रौशनी तेरी ......
जाकर रूह तक उसकी .....
कैसे तू आज भी इतना बेक़रार है ..........!!!!!!!

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21 AUG 2022 AT 21:57

यू ही उम्मीद सी हो गयी थी ......
चल अब आ गया नज़र सच सामने .....
जब छोड़ कर तुम साथ गये .........!!!!!!

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