बिखरे बाल, लम्बी दाढ़ी और नसेड़ी नैन है।
कबीरसिंह नहीं बेटे! ये महादेव की देन है।।
दुख नहीं कोई जीवन में बस ये सावन का मास है।
दुखी हमे कोई कैसे करे जब हम शिव के दास है।।-
-Finding myself.....
Born on 18 june 1998
बिखरे बाल, लम्बी दाढ़ी और नसेड़ी नैन है।
कबीरसिंह नहीं बेटे! ये महादेव की देन है।।
दुख नहीं कोई जीवन में बस ये सावन का मास है।
दुखी हमे कोई कैसे करे जब हम शिव के दास है।।-
तु समन्दर का राहिल
मैं समन्दर का साहिल
हमारे रिश्ते में बस तु इस काबिल
दुर चला जा या कर ले मुझे हासिल-
सुर, संगीत, सांझ, शराब
सब कुछ ही तो सजा दिया है
तुम आओ तो सही मेरी जान
इसबार खिडकियों पे पर्दा भी लगा दिया है-
में ग़लती कर रहा हूँ ना, करने दो
मुझे एकबार अपने आप से नाकामयाब तो होने दो-