Chandra Pratap Asthana   (शोर)
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Joined 4 April 2018


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1 MAY AT 22:29

Reliability in relationships is achieved by both words and actions. A bright face and a dark heart cannot be hidden for long; someday, the truth will be revealed. And believe me, this is the best part of life if someone does this with you. Just move ahead because this life should rock on. Tears of happiness are good for life, not the sad ones. Always be healthy, live happily, and make attachments with the gold.

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22 APR AT 1:26

आओ कहीं किसी बाग की ओर चले
चले वहां जहां ना फिजा का जोर चले
उस बाग में सब पेड़ उलझे हो एक दूसरे में
चले वहां जहां दरख्तों में ना बड़े होने की होड़ चले
आओ उस ओर चले जहां आम और जामुन लगे हो साथ में
चले वहां जहां ना माली की तोड़-मरोड़ चले
उस बाग में बच्चों की किलकारियों का शोर हो
चले वहां जहां ना जमाने का गरजता मौन हो
शायद अब वो बाग पहले जैसा ना रहा
अब उस बाग में बस जलते हुए दरख़्त बाकी है
वहां हर पेड़ पे अब धर्मो के दरवाजे है
ना पंछी ना बच्चे ना अब आम और जामुन है वहां
वहां अब बस धुआं है और तरक्की की नुमाइश है

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22 APR AT 1:06

कहीं कुछ ओस की बूंदे मुझे अक्सर भिगोती है
जिंदगी कुछ सोच कर के ही भाग्य के मनके पिरोती है
कभी हो धूप में चलना या कभी बस छांव होती है
जिंदगी कुछ सोच कर के ही दुख से आंखे भिगोती है
अगर ये खेल ना हो तो फिर आनंद ही कैसा
जिंदगी खेलने को ही तो ये चौसर सजाती है
कभी कुछ रेत से लिखती तो कभी लकीरें पत्थर पे बनाती है
जिंदगी मुश्किलें लाकर ही तो चलना सिखाती है
कभी पाने को सबकुछ ये बस यूंही निकल जाती
कभी हासिल कर के सब ये बस देखती रह जाती
कभी सब कुछ खो कर के भी बस हंस कर के रह जाती
जिंदगी अंतिम सफर पे भी कुछ सोच के यादें बनाती है

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31 MAR AT 9:25

भूख प्यास या गरीबी तो नहीं देखी मैंने
मगर एक अलग सी जिंदगी जरूर देखी मैंने
डट के खड़े रहे हम वक़्त के हर थपेड़े के आगे
नहीं देखा किसी को भी कभी रोते हुए
मगर सबकी आँखों में थोड़ी सी बेबसी जरूर देखी मैंने
कह लेते है सब कुछ ठीक है अब
आगे भी सब अच्छा होगा
भविष्य की चमक तो अभी से स्वागत कर रही है हमारा
मगर इस तस्वीर में अतीत की एक दरकी लकीर देखी मैंने
तुम नहीं थे ना सही माँ की शख्सियत थी दुर्गा जैसी
किसी तूफान की हिम्मत ना हुई घर में दाखिल होने की
दरवाजा तो वैसे ही बुलंद रहा अपनी जगह
मगर घर की चौखट टूटी जरूर देखी मैंने
अपने ना सही गैरों ने हमेशा ही सम्हाला हमको
अपने आने से पहले अपनी ये अजीब तकदीर देखी मैंने
जो थे रिश्ते खून के वो सब एक पल में परवस होके बह गए
बदरंग जिंदगी की ये अनोखी तस्वीर देखी मैंने

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31 MAR AT 9:07

क्या कहूं तुमको सुन भी पाओगे क्या
रोया हूं बहुत तुम्हे खो के आके कभी हंसओगे क्या
तुम्हारे जाने से हो गया हूं मै पाषाण का एक बुत
बत्तीस साल ऐसे बीते जैसे बत्तीस युग
कहने को सबकुछ है पर दिल में बर्फ जम सी गयी है
जिंदगी यूँ तो सबके लिए द्रुत गति से भाग रही है
मेरे लिए ये आज भी कहीं थम सी गयी है
तुम गए और खो गया मेरा सब कुछ
बत्तीस साल ऐसे बीते जैसे बत्तीस युग

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31 MAR AT 8:48

बड़ी मुश्किलों से साहिलो के पार उतरा हूं
बहुत तपकर मै सेहराओं से गुजरा हूं
जिंदगी क्या होती है और क्या क्या मंजर दिखाती है
तुम सोच भी नहीं सकते मै उतनी बार बिखरा हूं
तुम्हारी ऊँगली की जगह मैंने दीवारों की टेक थामी है
सपनो की उड़ान छोड़ मैंने हक़ीक़त की रेत थमी है
तुम्हे ढूंढने को सफर में मै कितनी बार ठहरा हूं
तुम सोच भी नहीं सकते मै उतनी बार बिखरा हूं
पाँव में तपिश महसूस ना हो तो धुप अच्छी है
पिता का साया हो तो जिंदगी हर रूप में अच्छी है
तुम्हारे ना होने से मै कितनी बार सिहरा हूं
तुम सोच भी नहीं सकते मै उतनी बार बिखरा हूं
आज सब कुछ तो नहीं मगर निशान मिल गए है
गुलाब तो नहीं मगर बाग़ के कास खिल गए है
समेटने को सबकुछ अतीत से कितनी बार गुजरा हूं
तुम सोच भी नहीं सकते मै उतनी बार बिखरा हूं

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31 MAR AT 8:33

तुम गए जाना तो निश्चित ही था
संयोग है तो वियोग तो होगा ही
मगर क्या हो जब टूटे दुख के पहाड़ हम पे
अकारण आकस्मिक और अकाल
जुड़े तो कभी ना थे किसी से हम
आंखे है तो भ्रम होगा ही
मगर क्या हो हटे आँखों से परदे रिश्तों के
अकारण आकस्मिक और अकाल
वर्तमान है तो अतीत होगा ही
समय बुरा क्यों ना हो व्यतीत होगा ही
मगर क्या हो जब सब सामान्य हो फिर भी रह गया शोर
बेसुध उजड़ा और बेहाल

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31 MAR AT 8:31

जीवन है तो मृत्यु तो होगी ही
जन्म है तो मरण होगा ही
मगर क्या हो ज़ब मृत्यु हो
अकारण आकस्मिक और अकाल
सुख है तो दुख तो होगा ही
ख़ुशी है तो पीड़ा तो होगी ही
मगर क्या हो जब दुख हो
अकारण आकस्मिक और अकाल

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29 MAR AT 16:58

Life may not always be sweet; sometimes it is harsh, bitter, and sour. However, it's we who shape our lives as we desire. Live yourself every day like never before. We can add colors and flavors to life, making it a place where everyone can find solace and relaxation. It should reflect who you are, and that's why you should enjoy each and every moment.

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10 MAR AT 13:27

किया वो सब कुछ जो बन सका मुझसे
मगर मिला बस ३३ सालों का इंतजार
जीवन की मुश्किलों के समुंदर को पार किया मैंने
मगर ना मिला साहिल पे तुम्हारा प्यार
मुझे कुछ और ना चाहिए था कभी भी तुम्हारे सिवा
मगर मिला तुम्हारे नाम पे बस खामोश सा संसार
एक बार जो मुड़ता हूं वक्त में पीछे मुस्कुराने को
आंखो में हो जाती है बस आंसुओं की दरकार
किया वो सब कुछ जो बन सका मुझसे
मगर मिला बस ३३ सालों का इंतजार


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