आपके विचार में क्या है कविता
मेरे विचार में कविता है एक दर्द प्रेम और भावनाओं का मिश्रण
मेरा जब रोने का बिलखने का मन करता है ,
तो मैं कविता लिख देता हूं
मैं खुद से ज्यादा अपनी कविताओं से प्यार करता हूं कविताओं में जीता हूं और असल जिंदगी में मरता हूं
जब जब मैं किसी बच्चे को देखता हूं या किसी बूढ़े को देखता हूं या किसी सुंदर लड़की को देखता हूं तो मेरा मन यही कहता है क्यों ना इसे अपनी कविताएं सुनाऊं,
पर फिर मुझे ख्याल आता है
क्या पता यह वही बंजर खोखला सुखा जीवन ना जी रहा हो और मेरी कविताएं देखकर भौचक्का जाए
और मुझे मेरा अपमान सहा जाता है लेकिन मेरी कविताओं का नहीं
एक कवि और आशिक का दिल टूटा हुआ होता है
उसको हर हाल में प्रेम चाहिए होता है
मां से प्रेम, प्रेमिका से प्रेम, दुनिया समाज लोग से प्रेम
और सबसे महत्वपूर्ण आपसे प्रेम
लेकिन ऐसा होता कहां है,
हम किसी पर भरोसा कर लें तो
हमारी खुद पर विश्वास न करने कि ललक खत्म हो जाती है न
ऐसे में उसको , जिसने सच्चा प्रेम किया हो
उसकी एक नई परिभाषा बनती है दुनिया कि, सच की, प्यार की, खुद की
जिसका मुलयांकन वो इस बात से करता है कि वो
दुनिया कि नजरों में कितना असफल है
और खुद कि नजरों में कितना कम मैला
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