_Winter_ एक धान के खेत में पानी में लगातार बर्फबारी हो रही थी पिछली बार उन्ह दोनो को जो मोहब्बत हुई थी एक झूठ की तरह अब पिघलने लगी थी उसने उसको कई बार याद किया जिसने उसको छोड़ दिया था उसे पता नही था किसी को पूरी तरह भूलने के लिए हम सभी को दर्द भरे रास्तों में अकेले ही भटकना होता है अगर मोहब्बत की यादें भी बर्फबारी की जैसी होती है अगर वो गलत मौसम में खोए एक स्नोमैन की तरह होती है तो पछताने से बेहतर होगा आप कहीं दूर खो जाएँ क्योंकि तन्हाई के मैदान में बस मायूसी ही मिलती है एक मोहब्बत जो गुज़र चुकी है आगे बढ़ चुकी है। कास मैं भी तन्हाई के मैदान के पार आपनी जिंदगी में आगे बढ़ पाती..!!
घाव गहरा था बहुत, पर दिखता ना था, दिल भी बहुत दुखता था, पर कोई समझता ना था, बाद में सब कहते तो हैं कि मुझसे कह सकते थे...! पर जब जब कहना चाहा, कोई सुनता ना था.....