बेईमान   (बेईमान)
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Joined 3 March 2020


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30 JAN 2022 AT 18:02

खूबसूरत एहसास हूँ मैं चंद पलों का
तुम क्यूँ मुझे ताउम्र के लिए अपना
एहसास बनाना चाहते हो

मेरा वज़ूद साँझ के उजाले जैसा है
तुम सुबह के उजाले जैसी क्यूँ अपने पर
मेरा एहसान कराना चाहते हो

खूबसूरत एहसास हूँ मैं चंद पलों का... — % &

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28 JAN 2022 AT 19:32

Hii friends.. Maine likhna nhi बंद किया.. Pr यहा mujse recharge करवाया ना गया.. Isly Instagram pr hi लिखने lg गया हूँ..
Beimaan_manzil name se I'd h to please जो भी मेरी profile पर मेरे जानकारी वाला आया.. Follow ना krna पर बात जरूर krna... Thank you

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26 JAN 2022 AT 20:32

ना जानते हक़ीक़त अपने परायों की तो अच्छा था
खामखा ही अपनों पर यक़ीन करना मुश्किल हो रहा है

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21 JAN 2022 AT 19:31

पता नहीं कैसे बसर करता होगा वो जिंदगी अब

चेहरे से नूर गायब हो जाता था जिसका कभी मेरे रूठने से

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9 JAN 2022 AT 19:52

मैं अक्सर ठहर जाता हूँ टूटे हुए लोगों की दहलीज पर
ये जानने के लिए की वफ़ा का अंजाम यही क्यूँ होता है

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19 JAN 2022 AT 10:40

वो कहती हैं तेरी शायरी तुझपर अच्छी नहीं लगती
जिससे लिखता है तू वो क़लम तोड़ दे

अभी हुआ ही क्या है जो तू शायर बन गया
ज़माने को देख ये फकीरों वाली ज़िंदगी छोड़ दे

मैंने कहा तोड़ दूँगा क़लम और छोड़ दूँगा शायरी
जो बहाऐ हैं आँसू तेरी याद में उन आंसुओ की कीमत मोड़ दे

ये शायरी ही तो मेरी पहचान है एक अर्से से
कैसे तेरे कहने मात्र से लिखना छोड़ दे

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17 JAN 2022 AT 20:02

कुछ कमियां तो है मेरे में वरना
यूँही तो कोई ग़ैर को भी नजरअंदाज नहीं करता..

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16 JAN 2022 AT 19:40

जिसका दिल से किया उसने ही हकीकत से रूबरू करा दिया

कैसे मान लूँ की पराये लोग मेरे ज़ज्बात समझेंगें

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15 JAN 2022 AT 9:02

वो दिन भी क्या दिन थे
जब नेट ऑन करते ही उससे बात हो जाती थी
ना किसी का डर था ना किसी का भय था
कब सुबह हुई,कब शाम और पता ही नहीं चलता कब रात हो जाती थी
वो दिन भी क्या दिन थे
जब नेट ऑन करते ही उससे बात हो जाती थी

ना किसी और का ज़िक्र था हमें बिछड़ना नहीं बस यहीं फ़िक्र था
दुनियाँ से बेख़बर थी वो,मेरे सिवाय सबसे बेफिक्र थी वो
लड़ाई,नाराजगी से शुरू होकर कब आंसुओ की बरसात हो जाती थी
वो दिन भी क्या दिन थे
जब नेट ऑन करते ही उससे बात हो जाती थी

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13 JAN 2022 AT 19:12

अब आकर पूछे तो बताऊं उसे हाल अपना
जब छोड़कर गयीं थी तब खुश था मैं

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