Beena Shah  
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Joined 29 July 2020


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2 HOURS AGO

भटकता क्यों है तू?
बेचैन क्यों है तू ?
कहाॅं ठहरना है तुझे?
क्या चाहिए तुझे ?

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9 HOURS AGO


स्कूल की यादें मुझे अतीत के बीते लम्हें लौटाती है,
पुराने वक्त में ले जाकर मुझे फिर से छोटा बना देती है ।


पूर्ण कविता अनुशीर्षक में पढ़िए।

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13 HOURS AGO

तभी सफलता लगेगी हाथ।
चाहते हो खुशियों को पास,
बढ़ाओ सपनों की प्यास!

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13 HOURS AGO

पुनर्जन्म अगर होता है तो
मुझे मनुष्य अवतार ही चाहिए
जन्म से जैन धर्म और
नवकार मंत्र की सौगात चाहिए।

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YESTERDAY AT 22:00

परछाई का पीछा करते-करते
मैं हकीकत से बहुत दूर आ गई हूॅं
और अपना अस्तित्व भूल चुकी हूॅं ।
अब ना ही मैं आगे बढ़ सकती हूॅं
और ना ही मैं पीछे लौट सकती हूॅं ।

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YESTERDAY AT 19:37

दिल में इश्क भरा है इसीलिए कहती हूॅं
कुछ सोच समझ कर
तुमसे ये गुजारिश करती हूॅं कि...
दूर हो जाओ मेरी जिंदगी से!
हर बार चाहत मिले ही ये जरूरी नहीं,
कुछ जुदाईयाॅं दिल को खून के ऑंसू रुलाती है
पर जिंदगी सॅंवार देती है।

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YESTERDAY AT 12:17

यादों की किताब का कौन सा पन्ना खोलूॅं,
जहाॅं जाऊॅं वहाॅं बस खुशी के पलों को ही पाऊॅं...!
बचपन के वह दिन थे सुहाने,
जब बिना कोई परेशानी करते रहते थे मनमानी
घूमते थे बेफिक्र होकर,
सोते थे मीठी नींद माॅं की गोद में...!
दोस्तों के साथ खेलकूद में,वक्त बीतता था बड़े मजे से ।
पढ़ाई भी होती थी वक्त पर,
और बातें भी हो जाती थी धीरे से....!
जैसे जैसे समय आगे बढ़ा,
जिम्मेदारियों ने हॅंसना भुलाया ।
पर फिर भी यादें अब भी हैं जहन में,
जो लाई है खुशियाॅं जीवन में...!
कॉलेज का जीवन हो या पिकनिक पार्टी,
गानों की महफिल हो या जन्मदिन की पार्टी...
ठहाको की गूॅंज से भरा वो समा,
आज भी पुकारता है मुझे वह मौसम खुशनुमा....!
सुहाने सपनों की वह घड़ी करीब थी आई,
जब मुॅंह पर लाली और ऑंखों में शर्म थी छाई...!
साजन संग नई खुशियाॅं ढूॅंढने जो मैं चली थी,
साथ पुराना छोड़ नई दुनिया बसाने मै चली थी...!
जीवन की किताब के सारे पन्ने बहुत यादगार हैं ।
आज भी जो चेहरे पर लाते मधुर मुस्कान है ।
बीते वक्त में लौट पाऊॅं तो उन पलों को फिर से जी लूॅं,
खोई हुई खुशियाॅं मेरी हमेशा के लिए कैद कर लूॅं....!!

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YESTERDAY AT 9:48

चाॅंद मेरी मोहब्बत नहीं,
पर ये मेरी जरुरत है...
क्योंकि तुम्हें चाॅंद पसंद है
और मुझे तुम्हारी जरूरत है ।
सिर्फ जरुरत नहीं जिंदगी हो तुम,
मेरी जिंदगी से जुड़ी एक आस हो तुम...
सपनों की एक प्यास हो तुम,
इसीलिए तो बहुत खास हो तुम।
चाॅंद से मोहब्बत क्यों न करुॅं मैं ?
ये तुम्हारे करीब ले आता है...
सारी दुनिया जब सोती है,
तब तुम्हारे ख्यालों में ले जाता है।

चाॅ़द की शुक्रगुजार हूॅं मैं,
जो मुझे मेरी चाहत से मिलाया ।
मेरी तन्हा अंधेरी रातों को,
अपनी ख्वाहिशों से सजाया...!

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25 APR AT 22:15

किसी की भूल को भूलना अच्छा होता है
गर वो कोई अपना हो!
किसी की यादों को भूलना अच्छा होता है
गर वो मतलबी हो!
किसी इंसान को भुलाना अच्छा होता है
गर वो बेगैरत हो!
किसी रिश्ते को भूलना अच्छा होता है
गर वो हमारा जीना दुश्वार कर दे!
खुद को भूलना अच्छा होता है
हर औरों के लिए करुणा जागे!

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25 APR AT 19:07

दिल की धड़कन भी तेरे गीत गा रही है,
बार बार तुझे पुकार रही है।
हर लम्हा ये दिल बेकरार रहता है,
ढूॅंढता रहता है तुझे ,
तेरी एक झलक दिख जाए तो
ऑंखों में चमक और चेहरे पर मुस्कान
आ ही जाती है।
तुझसे जुड़ गई है वो साॅंस की तरह,
क्योंकि तुम मेरी ज़िंदगी बन चुके हो!

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