मेरा मुझ में नहीं है कुछ भी, सबकुछ उनसे आया है,
नैन हैं मेरी माँ के जैसे, नक्श पिता सा पाया है।
माँ से आया नम्र निवेदन, अपनो के लिए झुकना आया,
मैं से लड़कर हम हो जाना और सबसे फिर जुड़ना आया,
अपने सुख दुख से आगे, परिवार को रखना आया है,
नैन हैं मेरी माँ के जैसे, नक्श पिता सा पाया है।
आँखों मे आकाश लिए, सपनों पर उड़ जाना आया,
गर्व से चौड़ी छाती कर, दुनिया से लड़ जाना आया,
संघर्षों के परे सफलता है, ये पिता ने मुझे दिखाया है,
नैन हैं मेरी माँ के जैसे, नक्श पिता सा पाया है।
प्यार जताना माँ से आया, साथ मे भी चलना आया,
सुख में आया संयम रखना, दुःखों में भी हँसना आया,
छोटी छोटी खुशियों में भी, त्यौहार मनाना आया है,
नैन हैं मेरी माँ के जैसे, नक्श पिता सा पाया है।
शक्ति-बुद्धि है पिता से आई, अदृश्य प्रेम करना आया,
अपना गाढ़ा प्यार समेटे, सख़्त बने रहना आया,
गुस्सा कर के प्यार दिखाना, मन पढ़ना अपनो का आया है,
नैन हैं मेरी माँ के जैसे, नक्श पिता सा पाया है।
आया पूर्ण समर्पण माँ से, पिता से त्याग करना आया,
अपनो के लिए नीर में, आग आग करना आया,
कुछ सीख है मेरी माँ से आई, कुछ पाठ पिता ने पढ़ाया है,
नैन हैं मेरी माँ के जैसे, नक्श पिता सा पाया है।
मेरा मुझ में नहीं है कुछ भी, सबकुछ उनसे आया है,
नैन हैं मेरी माँ के जैसे, नक्श पिता सा पाया है।
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