जब कलम चलती हैं तो जख़्म भरे जाते हैं, तब अल्फ़ाज़ दिमाग से नहीं दिल से निकल आते हैं, यादे तेरी आज भी दिल में रहती हैं, और जख़्म पन्नो पर बिख़र जाते हैं ।
Today is last day of this year, Never think about yesterday, Think about tomorrow, Because there is a chance to correct mistake of this year. Now let's welcome new year with new revolution 🥰
वो दूर होते जा रहा, रोकना था उसे, पर रोक नहीं सकती, वो ज़िंदगी है मेरी, पर वो समझता नहीं, वो ज़िंदगी के लिए जरूरी है, पर साथ छूटता जा रहा, दिमाग कह रहा छोड़ दो, पर दिल मानने को तैयार नहीं|
जो हर किसी को नही मिलता, कुछ लोग आसानी से मिल जाती है, उन्हें कुछ परवाह ही नहीं होता, कुछ लोग मन्नत माँगते है, बेटियाँ के लिए, बेटियाँ से अंधेरे मे ही उजाला का आगमन हो जाता है, फिर तो घर को बेटियाँ जन्नत बनाती है, और ज़िंदगी को सफल। ❤🥰