कुछ लिखा है आज, तुम्हारी याद में,
कोई शाम मिले, तो तुम्हे बताऊं।
एक अरसे से दिल को रोक रखा है,
कभी जाम मिलें, तो तुम्हे बताऊं।
कुछ बातों को याद करके मन में रखा है,
कभी बात चले, तो तुम्हे बताऊं,
कुछ सपने देख रहा हूं, आंखें खोल कर,
किसी रात मिलो, तो तुम्हे बताऊं।
कुछ खुशियों को बांटना तुम्हारे साथ है,
जब दुख छट जाए, तो तुम्हे बताऊं।
कुछ यादें है, जिन्हें भूल रहा हूं,
फिर याद दिलाओ, तो तुम्हे बताऊं।
क्यूं आज लिख रहा हूं, फिर तुम्हारे लिए,
बस एक बार पूछो, तो तुम्हे बताऊं।
तुम ना भी पूछो, और ना ही समझो,
फिर भी मैं सब कुछ, बस तुम्हे बताऊं।
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