AvInAsH PaNtHi   (अवि के अल्फ़ाज़)
1.8k Followers · 2.9k Following

सर पर रख दो "" बाबा महाकाल " अपने दोनों हाथ - देना हो तो दीजिए ! जन्म जन्म का साथ ।।
Joined 15 March 2020


सर पर रख दो "" बाबा महाकाल " अपने दोनों हाथ - देना हो तो दीजिए ! जन्म जन्म का साथ ।।
Joined 15 March 2020
27 JAN 2022 AT 9:04

ढलती राते बोलती है "- देख निकल गई आज भी उसकी यादे छूकर तुझे "- ओर वो आज भी नही आया जिसका इंतेज़ार से सूखी हो गई ऑंखे तेरी !
मका की चौखट भी ना जाने क्यों ये सवाल करती है कहाँ है वो जिसका तू बेसबरी से इतना इंतेज़ार करती है !— % &

-


21 JAN 2022 AT 20:19

खुद को हार गया हूँ तुझ पर "- तुझ से बेहद इश्क़ करने
लगा लू ! बंधने लगा हूँ डोर वो "- मुहब्बत की ना जाने
क्यों तुझ मे अपनी उम्र मैं देखने लगा हूँ !

-


16 JAN 2022 AT 13:38

बेवकूफ किसी ओर
को ढूंढने निकली है !
वफ़ा को छोड़ कर "
- दौलात का हाथ
थामने निकली है ! अरे
ये दौलात भरी मुहब्बत
कुछ वक्त की खुशिया देगी '-
पागल लड़की ' दो पल
की खुसी के लिए उम्र
भर का दर्द लेने निकली है !

-


15 JAN 2022 AT 12:54

कमाल की है यादे तेरी भी , जब सबके साथ होता हूँ तो आती नही है !
ओर जब अकेला होता हूँ तो बिन बुलाए चली आती है !

-


7 JAN 2022 AT 13:10

उंसके झुमके ने बताया है हाल उसका "- ये होठ उंसके बारे मे क्या बताएंगे !
हमने सब कुछ जान लिया है राज़ दिल का - वो अब लफ़्ज़ों मैं क्या बताएंगे "- झुकती नजरो से इज़हार कर गई है - ये अल्फ़ाज़ उसकी मुहब्बत को अब क्या वया करेंगे !

-


7 JAN 2022 AT 11:01

कोई भी रिश्ता अच्छा नही लगता , पिता से प्यारा किसी का साथ अच्छा नही लगता "- सर पर हाथ पिता का छत की तरह होता है "- पिता हो साथ तो बारिश का एक कतरा भी इस जिस्म पर नही लगता !

-


7 JAN 2022 AT 10:55

यूँ तो हर जख्म को भरा जा सकता है ,हर दाग को धोया जा सकता है ,
मगर "- माँ -"" का कर्ज ऐसा है जो जन्मों जन्मों तक भी नही उतारा जा सकता है !

-


7 JAN 2022 AT 10:50

अन्न है इस लिए मुझे खाना नही मिलता "-
मेरी माँ है इसलिए मुझे खाना मिलता है !

-


5 JAN 2022 AT 7:16

रात की चाँदनी हो तुम ,
सुबह सा महकता
गुलाब हो तुम ,
चाँद भी पूछे जिससे
खूबसूरती के राज सारे "-
ऐसी खूबसूरती
की मिसाल हो तुम !

-


3 JAN 2022 AT 16:25

महसूस तुझे मैं कर लेता हूँ ,
तेरी यादों संग रह कर "- कुछ कदम चल लेता हूँ !
खाली खाली रास्तों पर "- तुझे ढूंढता हूँ - मैं हर दिन एक कदम तेरी ओर रखता हूँ "-
राख बनकर हवाओ मैं बहता हूँ "- तू महसूस कर
मैं तेरे ही आस पास रहता हूँ !

-


Fetching AvInAsH PaNtHi Quotes