आज नियति ने मेरी जिन्दगी से उसकी जिन्दगी छिन ली , इस बार मै चाह कर भी , कुछ नही कर सकती क्यूकि शायद रब को भी वही जिन्दगी प्यारी है , जो मेरी जिन्दगी को जान से भी ज्यादा प्यारी है...🥺 -
आज नियति ने मेरी जिन्दगी से उसकी जिन्दगी छिन ली , इस बार मै चाह कर भी , कुछ नही कर सकती क्यूकि शायद रब को भी वही जिन्दगी प्यारी है , जो मेरी जिन्दगी को जान से भी ज्यादा प्यारी है...🥺
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