अध्यात्म के आनंद में डूबा व्यक्ति संसार में रहने के बाद भी इतना विरक्त हो जाता है जैसे पानी पर तैरती तेल की बूंदे -
अध्यात्म के आनंद में डूबा व्यक्ति संसार में रहने के बाद भी इतना विरक्त हो जाता है जैसे पानी पर तैरती तेल की बूंदे
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बड़ी नमी है इस सर्द कोहरे में लगता है किसी ने तुम्हें याद करके आंखें पौंछी हैं -
बड़ी नमी है इस सर्द कोहरे में लगता है किसी ने तुम्हें याद करके आंखें पौंछी हैं
तुम कितना भी भूलने की कोशिश कर लो ये थरथराती जनवरी तुम्हें चाय का प्याला जरूर याद दिलाएगी -
तुम कितना भी भूलने की कोशिश कर लो ये थरथराती जनवरी तुम्हें चाय का प्याला जरूर याद दिलाएगी
'वो' जनवरी के कोहरे की तरह'उसके' जहन में छाई है और'वो' चाय के प्याले की तरह 'उसके' दिमाग में -
'वो' जनवरी के कोहरे की तरह'उसके' जहन में छाई है और'वो' चाय के प्याले की तरह 'उसके' दिमाग में
तेरा जाना कुछ इस तरह से हुआ कि मैंने रूह से ,रुह को निकलते देखा है भर आया वो आंखों में सैलाब बनकर कि मैंनें तुझको खुद में बिखरते देखा है -
तेरा जाना कुछ इस तरह से हुआ कि मैंने रूह से ,रुह को निकलते देखा है भर आया वो आंखों में सैलाब बनकर कि मैंनें तुझको खुद में बिखरते देखा है
इन चाय के प्यालों से तेरी यादों का सबब पूछ ले न जाने कितने खाली किए हैं इस सर्द मौसम की उदासी में -
इन चाय के प्यालों से तेरी यादों का सबब पूछ ले न जाने कितने खाली किए हैं इस सर्द मौसम की उदासी में
तुमको देखे जमाने बीत चले जैसे यादों के जंगल से फंसाने बीत चले रह गई इस दिल में बस यादें ही बाकी सपने सुहाने बीत चले -
तुमको देखे जमाने बीत चले जैसे यादों के जंगल से फंसाने बीत चले रह गई इस दिल में बस यादें ही बाकी सपने सुहाने बीत चले
अधर्म पर धर्म की विजय के पावन पर्व - विजयदशमी की मंगल शुभकामनाएं -
अधर्म पर धर्म की विजय के पावन पर्व - विजयदशमी की मंगल शुभकामनाएं
इन झिलमिलाती आंखों के अंदाज और भी हैमेरी नींदों में तेरे ख्वाब और भी हैकुछ इस तरह कर जिंदगी की राहों में सवेरा इश्क में उल्फत के रिवाज और भी है -
इन झिलमिलाती आंखों के अंदाज और भी हैमेरी नींदों में तेरे ख्वाब और भी हैकुछ इस तरह कर जिंदगी की राहों में सवेरा इश्क में उल्फत के रिवाज और भी है