धर्म के नाम पर देश में हो रहा दुष्प्रचार है। नेताओं के वक्तव्यों में खो रहा शिष्टाचार है। एक तरफ तानाशाह दूसरी तरफ भ्रष्टाचार है। मेरे देश का मतदाता आज बुरी तरह लाचार है।
मन में मंज़िल पाने की ललक तू बेकरार रखना। आसमान छू जाने की सनक तू बेशुमार रखना। लगता है जौहरी को भी वक्त हीरा परखने में, मेहनत से अपने फ़न की चमक तू बरकरार रखना।
सोचते कुछ हैं और कुछ और हक़ीक़त में होता है। साया भी साथ नहीं देता जब तू गरीबत में होता है। यूं तो कहते हैं सभी लोग के हम हैं तेरे साथ, साथ होता है वही जो साथ मुसीबत में होता है।