जो हुआ कुछ अच्छा नहीं हुआ, ये इश्क़ में दोनों के बीच सच्चा नहीं हुआ .... तू पहली दफा़ बता देती रक़ीब की चाहत है तुम्हें, यूँ ये हाल तो मेरा नहीं हुआ होता ....
अब सब कुछ याद रह कर भी याद नहीं रहता, अब यह मौसम बरसात का होकर भी बरसात नहीं लगता.... जब से उन से मुलाकात हुई है, बुखार हो कर भी मुझे बुखार नहीं लगता ....