8 साल पहले❤️
याद हैं मुझे आज भी वो तारीख ,
जब हमारी दोस्ती हुई हमारी जान पहचान हुई तब से ,
हमारी दोस्ती हमारी शान हैं ,
क्योकि इस रिश्ते मे बसती हम दोनों कि जान हैं ।
तुम कितना भी गुस्सा करो मुझे गवारा नहीं ,
क्या करूँ तुम्हारे अलावा कुछ मुझे प्यारा नहीं ।
तुम पर मैं पूरा हक़ जता सकती हूँ ,
और तुम कितना भी गुस्सा करो मेरी जान मे तुम्हें मना सकती हूँ ।
और हा नहीं आता मुझे तुमसे गुस्सा होना ,
क्योकि बहुत माइने रखता हैं मेरी जिंदगी मे तुम्हारा होना ।
कैसे करूँ खुदा का शुक्रिया किया जो मुझपे ये ऐहसान है ,
सच मे रिज्जु तू मेरे लिए मेरी दोस्त ही नहीं मेरी जान हैं ।
ANJALI SINGH
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