कत्ल कर गया वो मेरा बिना खंजर केलोग हैं की अब सबूत मांगते हैं।— % & -
कत्ल कर गया वो मेरा बिना खंजर केलोग हैं की अब सबूत मांगते हैं।— % &
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यादों में तस्वीर बनाई ,मन को सजाने में उलझा रखा है।तुम फिर मिलोगी एक दिन, खुद को इसी बहाने में उलझा रखा है। -
यादों में तस्वीर बनाई ,मन को सजाने में उलझा रखा है।तुम फिर मिलोगी एक दिन, खुद को इसी बहाने में उलझा रखा है।
वो जो यादों में किसी का निशान ढूंढते हैं।ये वही हैं, जो खंडरो में अपना मकान ढूंढते हैं। -
वो जो यादों में किसी का निशान ढूंढते हैं।ये वही हैं, जो खंडरो में अपना मकान ढूंढते हैं।
वो शक्स जो कभी महफिलें सजाया करता था,तन्हाइयों में अब उसका बसर हो चला है। -
वो शक्स जो कभी महफिलें सजाया करता था,तन्हाइयों में अब उसका बसर हो चला है।
तुमसे इश्क होना भी क्या कमाल हुआ,कमला हुआ हूं कामिल होने के तलाश में। -
तुमसे इश्क होना भी क्या कमाल हुआ,कमला हुआ हूं कामिल होने के तलाश में।
मैं ख़ामोश सा अफशाना वो कलकल करती धारा है।मैं डूब गया हूं दरिया में बिछड़ा मेरा किनारा है। -
मैं ख़ामोश सा अफशाना वो कलकल करती धारा है।मैं डूब गया हूं दरिया में बिछड़ा मेरा किनारा है।
अब तुम मिलोगी तो मैं तुम्हें बताऊंगा।तुम देखती रह जाओगी, मैं पलट जाऊंगा। -
अब तुम मिलोगी तो मैं तुम्हें बताऊंगा।तुम देखती रह जाओगी, मैं पलट जाऊंगा।
जहां बसती है उसकी यादेंजहां महसूस करता था उसे हर गली में हर नुक्कड़ पर कहीं ये वो शहर तो नहींजहां उसकी खुशबू घुली रहती थी फिजाओं में हवाओ में उसकी वो सादगी वो अपनापनहर चीज तो है यहां जैसे बता रही हो वो यहीं है इसी शहर में , हां ये वही शहर है । -
जहां बसती है उसकी यादेंजहां महसूस करता था उसे हर गली में हर नुक्कड़ पर कहीं ये वो शहर तो नहींजहां उसकी खुशबू घुली रहती थी फिजाओं में हवाओ में उसकी वो सादगी वो अपनापनहर चीज तो है यहां जैसे बता रही हो वो यहीं है इसी शहर में , हां ये वही शहर है ।
बहुत जरुरी है इश्क हो एक बार जिंदगी मेंधोखे भी खूबसूरत होते हैं ये जान जाते हैं लोग। -
बहुत जरुरी है इश्क हो एक बार जिंदगी मेंधोखे भी खूबसूरत होते हैं ये जान जाते हैं लोग।
हम बताते नहीं है हालात अपने,कमबख्त कोई पूछता भी तो नहीं है। -
हम बताते नहीं है हालात अपने,कमबख्त कोई पूछता भी तो नहीं है।