Akshunya   (अक्षुण्णया)
587 Followers · 156 Following

read more
Joined 6 December 2017


read more
Joined 6 December 2017
11 HOURS AGO

झुमका उसके कानों
का अक्सर कहता है
ग़ज़ल उसके हुस्न की
चूम कर गालों को जब
इश्क़ करता है उससे

-


11 HOURS AGO

दिल की एलबम में
सहेज लिया है मैंने
तुम दो गर साथ तो
मिल बैठ जिएंगे उन्हें
पर गर न होंगे तुम
साथ तो अश्क़ों संग
जी लूंगी लम्हों को मैं

-


1 MAY AT 20:49

रूप तुम्हारा या सर्द
गुनगुनी धूप रौशन
दोनों कर देते हैं जिंदगी
की अंधेरी रात तुम्हारी
प्रीत और उसकी रीत

-


1 MAY AT 20:42

कब से महक और महका रहा हूं
मैं जीवन में अब सिर्फ़ मुस्कुरा रहा
हूं मैं अश्क़ को छुपाकर रंग फैला
रहा हूं मैं रहा नहीं साथ तेरा फिर भी
ख़्वाब तेरे जिये जा रहा हूं मैं कुछ
ऐसे ही सीख औ सिखा रहा हूं मैं

-


30 APR AT 21:44

बादलों से लड़ कर भाग
मुश्किलों से बच पाया है
क्या कोई समेट कर ताकत
अपनी लड़ जाओ आसमानों
से नशेमन सवंर जाए तुम्हारा

-


30 APR AT 21:40

फूलों सा पाकर तुम्हारा
साथ मैं तितली सा जब
मांगू तुम्हारा हाथ

-


29 APR AT 22:38

हम थे नाकाबिल आज काबिल हो गये

-


29 APR AT 22:36

तू संगमरमर सी ज़हीन
शाहजहां ने बनाया एक
मक़बरा जिससे पर तुझ
में बसती है रूह जिसमें
हैं मेरी पहचान तुझे छूता
नहीं कि कहीं मलिन न
हो जाए तेरी जान

-


28 APR AT 20:51

ज़िन्दगी ने कर दिया इशारा
तुम बनो मैं बनूं तेरा सहारा
रात हो या दिन हो हमारा
साया हो एक दूसरे का जहां
तुम थामों हाथ मेरा और मैं
समा जाऊं बाहों में तुम्हारी बन
जाऊं तुम्हारी नदी का किनारा

-


27 APR AT 21:44

सादगी की चुनर लबों पर
मुस्कान की सुर्खी आंखों
में सपनों का काजल
स्वाभिमान का चोला है
श्रृंगार तेरा ख़ूबसूरती का

-


Fetching Akshunya Quotes