तेरे यादों की शमा , मेरे दिल में जलती है..
तेरे होने की आहट , सोने ना देती है।
ये कैसा मौसम है , ये कैसी है बारिश...
कभी चैन चुरा लेती , कभी होश उड़ाती है।
तेरे सासों की खुशबू , मेरे रूह में बसती है...
हर पल तुझे पाने को , ये आँख तरसती है।
एहसासों का बादल , रह रह के गरजता है..
तन्हाई का आलम , बन बूंद बरसता है।
ये कैसा मौसम है , ये कैसी है बारिश....
कभी ख़्वाब टूटते हैं , कभी जगती है ख्वाहिश।
-