मोहब्बत,हां वही जुनून की हद तक वाली मोहब्बत!
मोहब्बत सिर्फ पहली दफा ही होती है और मुकम्मल भी,
हर हाल में,हर मौजू में, फिर वो मिले या न मिले..
और उसके बाद जो होता है उसे प्यार कहते हैं शायद
जिंदगी भर का साथ,निबाह कहते हैं शायद
पहली मोहब्बत में होते हैं चांद तक चलने के वादे
मुट्ठियों में जुगनू होते हैं और आंखों में सितारें
फिर तो चांद जमीन पर आ जाता है और
जुगनू आसमान मे, आंखों में कुछ उम्मीदें
औऱ फिर सारी जिंदगी पहली मोहब्बत की भीनी खुशबू में
कुछ और छौंक लगाते लगाते कट जाती है..प्यार से..
पहली मोहब्बत की खुश्बू संग लिपटी 'निविया मेन' की महक के साथ
जीना न तो मुश्किल है ....न ही आसान.....
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