लोग पहाड़ों पर घुमने आते हैं मैं जीने आऊंगा...... -
लोग पहाड़ों पर घुमने आते हैं मैं जीने आऊंगा......
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मैं बिखरी हुई जिंदगी की उलझी हुई किताब हूंमुझे मेरे सिवा कोई और नहीं जानता..... -
मैं बिखरी हुई जिंदगी की उलझी हुई किताब हूंमुझे मेरे सिवा कोई और नहीं जानता.....
ढूंढ रहा हूं खुद को खुद में ही कम्बख्त मिलता ही नहीं वो शख़्स जो हुआ करता था -
ढूंढ रहा हूं खुद को खुद में ही कम्बख्त मिलता ही नहीं वो शख़्स जो हुआ करता था
ढूंढ रहा हूं खुद को खुद के अंदरमैं वो नहीं हूं जो हुआ करता था!! -
ढूंढ रहा हूं खुद को खुद के अंदरमैं वो नहीं हूं जो हुआ करता था!!
जो मैं होना चाहता थावो मैं नहीं हूं और जो मैं हूं वो मैं होना नहीं चाहता था !! -
जो मैं होना चाहता थावो मैं नहीं हूं और जो मैं हूं वो मैं होना नहीं चाहता था !!
उसे देखते ही आंखे भर आई मेरी आइने में खड़ा शक्स परेशान बहुत था -
उसे देखते ही आंखे भर आई मेरी आइने में खड़ा शक्स परेशान बहुत था
क्या बेचकर ख़रीदे तुझे ऐ सुकुनसब गिरवी रखा हुआ है जिम्मेदारियो के दुकान पर -
क्या बेचकर ख़रीदे तुझे ऐ सुकुनसब गिरवी रखा हुआ है जिम्मेदारियो के दुकान पर
परेशानिया तो बहुत है साहबपर मुस्कुराने में क्या जाता है.. -
परेशानिया तो बहुत है साहबपर मुस्कुराने में क्या जाता है..
ऐ जिंदगी चल अब ख़तम करते हैं थोड़ा थोड़ा बहुत हुआ अब पूरा मरते हैं !! -
ऐ जिंदगी चल अब ख़तम करते हैं थोड़ा थोड़ा बहुत हुआ अब पूरा मरते हैं !!
एक बार दिल से हाथ पकड़ के देखी होती मैं साबित करके दिखाता हर कोइ नहीं जाता छोड़कर -
एक बार दिल से हाथ पकड़ के देखी होती मैं साबित करके दिखाता हर कोइ नहीं जाता छोड़कर