ख़फ़ा सा लगता है, आँखों में है नामी, मुस्कान खो गई है, जैसी कोई शाम सी नामी। लफ्जों में खामोशी, दिल में है उदासी, क्या है वजह इस बात की, कैसे समझे मैं ये घनघोर उदासी? 😟 - आदि..™
लोगों के समंदर में एक बूंद सा हूं, कोई जानता नहीं, कोई पहचानता नहीं..!! आवाज़ उठाता हूँ, लेकिन कोई सुनाता नहीं, दर्द में डूबता हूं, लेकिन कोई देखता नहीं..!! 🙃 - आदि..™