Aditi Tiwari  
13 Followers · 1 Following

लफ़्ज़ों को पन्नों पर उतारती हूं
Joined 22 March 2019


लफ़्ज़ों को पन्नों पर उतारती हूं
Joined 22 March 2019
13 MAY 2021 AT 22:48

उठे जो हाथ दुआ के लिए,
तो वो दुआ खाली ना जाए,
खुदा करे ,
हर दरवाज़े पर दस्तक आज खुशी दे जाए,
और जो दिल से चाहे अपना चांद ,
आज उसे उसका चांद दिख जाए।

-


29 NOV 2020 AT 23:31

बेवक़्त मुस्कुराना आ गया,
ग़म को छुपाना आ गया,
और बड़े होने का एहसास तो तब हुआ,
जब हमें मां से आंसू छुपाना आ गया।

-


1 NOV 2020 AT 23:52

मेरी सोच थोड़ा पुरानी है,
मेरा चाल चलन थोड़ा खानदानी है,
और लोग दीवानी कहते हैं मेरी मुस्कान देख कर मुझे,
उन्हें कैसे बताऊं ये लड़की तो सिर्फ महादेव की दीवानी है।


-


12 OCT 2020 AT 1:58

ख्वाहिशों की तलाश में ,
तुम क्यों हो दर बदर फिर रहे,
तुम्हारी खुशियां तुम्हारे अंदर मेहफूज है,
फिर तुम क्यों उसकी जुत्सुजू में ,
लम्हा लम्हा बिखर रहे।

-


1 OCT 2020 AT 21:43

झूठ की नींव से बने थे रिश्ते, और हम भरोसे के कायल थे,
उम्मीद कुछ इस कदर कर ली थी हमने,की हम बेवजह ही घायल थे।

-


1 OCT 2020 AT 21:36

ज़ख़्म कुछ इस कदर मिले, की भर ना पाए,
और अबकी बिखरे,तो कुछ ऐसे बिखरे,
की सिमटना चाहे भी तो हम सिमट ना पाए।

-


29 SEP 2020 AT 20:29

आज फिर दरिंदो ने अपनी दरांदिगी की पहचान दी,
निचोड़ा उसके जिस्म को , और उसकी रूह भी मार दी।

-


26 SEP 2020 AT 0:09

जिससे हुआ करती थी कभी बेपनाह मोहब्बत,
ना जाने क्यों,
हो गई है,आज उससे बेशुमार नफ़रत।

-


16 SEP 2020 AT 23:27

एक किनारा पाकर बस वहीं ठहरना चाहती हूं,
मैं इस ख़ामोशी से भी बहुत कुछ कहना चाहती हुं,
और अगर डूबना चाहूं तो एक दरिया है आंसुओं का,
पर मैं फिर भी खुशियों के सैलाबों में तैरना चाहती हूं।

-


10 SEP 2020 AT 18:02

एक ख़्वाब, ख़्वाब में ही नहीं बल्कि हक़ीक़त में टूटा है,
ये जो शक्श आइने में दिख रहा ना , ये आज अंदर से पूरी तरह टूटा है।

-


Fetching Aditi Tiwari Quotes